कंपनी मे निवेश के नाम पर करोडों रूपए की ठगी,माधवनगर थाना के झिंझरी चौकी का मामला पुलिस कर रही पूरे मामलें की जाँच ,आरोपी गिरफ्तार
कंपनी मे निवेश के नाम पर करोडों रूपए की ठगी,माधवनगर थाना के झिंझरी चौकी का मामला पुलिस कर रही पूरे मामलें की जाँच ,आरोपी गिरफ्तार
कटनी ॥ कंपनी में निवेश के नाम पर रूपए जमा कर हर महीनें अच्छा लाभ का प्रतिशत देने के नाम पर पिता पुत्र की जोड़ी नें करोड़ों रूपए की ठगी कर लोगों के साथ धोखाधड़ी की हैं पूरे मामलें में झिंझरी चौकी में शिकायत दर्ज कराई गई हैं जिसकी पुलिस द्वारा बारीकी से विवेचना की जा रही पूरे मामलें को लेकर आरोपियों कों गिरफ्तार कर लिया गया हैं । इस सबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार झिंझरी चौकी अन्तर्गत दद्दाधाम निवासी अमूल्य पाठक पिता अनुराग पाठक ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि दद्दाधाम के रहने वाले विवेक सिंह बघेल तथा उसके पिता जगवेन्द्र सिंह बघेल ने मार्च 2022 में उसे बताया कि उन्होनें स्वयं की ब्लू बर्ड्स इंडिया ग्लोबल कंपनी बनाई है, जिसमें निवेश करने पर अच्छा मुनाफा हो रहा है झांसा देकर लगभग 4,97,500 /- रूपये ले लिये। करीबन 3-4 महीने लाभ के प्रतिशत का कुछ हिस्सा रिटर्न देने के बाद माह दिसम्बर 2023 में लाभ के प्रतिशत के रूप में मिलने वाली रकम देना बंद कर दिया गया। जिस पर पूछने पर विवेक सिंह ने बताया कि उसने अपनी कंपनी में पैसा न लगाकर फारेस्ट शेयर मार्केट में पैसा लगा दिया था, जो पैसे डूब गये हैं। किन्तु उसके द्वारा पैसे वापस करने का आश्वासन दिया जाता रहा कि वह पैसे वापस कर देगा। दिनांक 22.08.23 तक पैसे वापस नहीं मिलने पर चौकी झिंझरी में रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी पिता पुत्र के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया। प्रकरण को विवेचना में लिया है। पुलिस ने बताया कि मृदुल विश्वकर्मा ने रूपए देने के बाद लाभ का अच्छा प्रतिशत मिलने की बात के झांसे में आकर 56 लाख रुपए, विपुल विश्वकर्मा ने 40 लाख रुपए निवेश किए हैं। इसके अलावा भी करीब 15 लोग हैं, जिन्होंने रुपए निवेश किए हैं। पुलिस ने बताया कि करीब 6 करोड़ की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। मामले की विवेचना की जा रही है। दोनों आरोपियों को पकड़कर आरोपी विवेक सिंह के मेमोरेण्डम के अनुसार फारेक्स मार्केट में ट्रेडिंग करने संबंधी दस्तावेज तथा कम्प्यूटर तथा नोट गिनने की मशीन व अन्य सामग्री जप्त की गई हैं । गिरफ्तार आरोपियों को माननीय न्यायालय के समक्ष न्यायिक अभिरक्षा में माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।