घुनघुटी के जंगल में जुए का जश्न,जय स्तंभ से दरभंगा तक चर्चा गरम!

शहडोल। तो सच में अजब भी है, गजब भी ! सुना है घुनघुटी के जंगल में इस बार दीपावली की रोशनी कुछ ज्यादा ही चमक उठी  वजह थी जुए की अंतरराष्ट्रीय लीग! बताया जा रहा है कि चौकी प्रभारी से लेकर ठेले तक सबकी सेटिंग थी, और जंगल के पिछवाड़े में ताश के पत्ते ऐसे उड़ रहे थे जैसे चुनावी वादे!
अब विनोद तो है ही शहर का मोबाइल पत्रकार, चाय की गुमटी से खबर शुरू करता है और जय स्तंभ होते हुए दरभंगा तक सुना देता है। बोल रहा था कि रोज़ मोबाइल की दुकान से दस हजार जमा होते हैं! अब बताओ, मोबाइल रिचार्ज का धंधा या जुए की ईएमआई?
उधर कुछ भक्तों ने तो प्रतियोगिता में वीडियो बना डाला  बस, वही क्लिप सारी रामलीला का रावण बन गई। अब पार्टी का नाम भी बीच में आ गया, नेता जी का मोबाइल भी, और बयान ऐसे उड़ रहे हैं जैसे ताश की रानी!
लेकिन मानना पड़ेगा, शहडोल वालों की बात ही निराली  कहते हैं, दीपावली है, तो जुआ तो खेलेंगे… महाभारत में भी तो हुआ था! बस फर्क इतना है  तब दांव था राज्य पर, अब रोज़ का हिसाब मोबाइल पर!
                    
               
        
	             
                                                                    
                                                                    
                                                                    
                                         
                                         
                                         
                                        