घनश्याम ने मोहन से कराया शहडोल के विकास का वादा

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नये शहडोल के लिए मुख्यमंत्री को सौंपे 50 करोड़ के मास्टर प्लान

नये बस स्टैण्ड के साथ फोरलेन सड़के और सुसज्जित मण्डी के साथ मिलेगा नॉन स्टॉप पानी

इन्ट्रो-शहडोल के प्रथम नागरिक ने प्रदेश के नये मुखिया से मुलाकात कर शहडोल के कायाकल्प का वादा लिया, संभागीय मुख्यालय के विकास को असली जामा पहनाने के लिए बहुप्रतिक्षित सब्जी मण्डी, सर्व सुविधायुक्त बस स्टैण्ड और शहर के चौतरफा फोरलेन सडक़ों का जाल बिछाने के लिए अब तक किये गये प्रयासों के पत्र सौंपें। मुख्यालय के वाश्ंिादों को नॉन स्टॉप शुद्ध पानी के लिए नवलपुर-सरफा में बैराज निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने का भी सुझाव रखा।
शहडोल। घनश्याम-मोहन की मुलाकात और चंद मिनटों में हुई शहडोल के कायाकल्प और संभागीय मुख्यालय के वाशिंदों को महानगरीय सुविधाएं दिलाने के लिए घनश्याम ने मोहन को पत्र सौंपकर मुख्यालय के विकास की चाभी उनके हाथों में दे दी। बीते दिवस मध्यप्रदेश के नवनियुक्त मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का शहडोल आगमन हुआ, हालाकि बीती सरकारों में भी शहडोल को पहले संभाग और फिर मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय एवं इंजीनियरिंग कॉलेज जैसी सुविधाएं दी गई, लेकिन शहर के सौदर्यीकरण और आंतरिक विकास के साथ ही लगातार बढ़ रही आबादी और जनसंख्या के घनत्व के मद्देनजर महानगरों की तर्ज पर फोरलेन सडक़ों का निर्माण, प्रशासन के लिए सिरदर्द बन चुकी भारी भीड़ वाली सब्जी मण्डी का स्थान परिवर्तन और पेयजल के लिए नॉनस्टाप शुद्ध पानी की व्यवस्था जैसी कई मांगे दशकों से अटकी हुई थी। सूबे में नये मुखिया के कमान सम्हालने और उनके प्रथम आगमन पर जाहिर है, शहडोल की लंबित मांगे अपने-आप सामने आ जाती है। नगर पालिका शहडोल के अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल के द्वारा मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात कर अब तक इन विकास कार्याे के लिए किये गये प्रयासों से अवगत कराया और मांगे पूरी कराने का वादा भी लिया।

सर्वसुविधा युक्त होगी नई सब्जी मण्डी

नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल ने बताया कि शहर के ह्दय स्थल में कई दशकों से सब्जी मण्डी संचालित है, यहां जगह कम होने के कारण पहले तो, किसी कदर काम चल जाता था, लेकिन संभागीय मुख्यालय होने के कारण यहां आस-पास के ग्रामों और संभाग के अन्य शहरों से भी नागरिक प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पहुंचते हैं, शहडोल की जनसंख्या भी बीते दशकों में कई गुना बढ़ी है। हमारी माताएं-बहने भारी भीड़ और धक्का-मुक्की के कारण यहां सब्जी और अन्य सामग्री क्रय करने के लिए आने में हिचकती हैं। परिषद ने गांधी चौक के समीप स्थित सब्जी मण्डी को बलपुरवा बस स्टैण्ड में ले जाने का रोड मैप तैयार किया है, जिससे खुले वातावरण में फुटकर सब्जी विक्रेताओं के साथ ही थोक सब्जी विक्रेताओं को भी पर्याप्त जगह मिलेगी। वाहनों की पार्किंग और पर्याप्त जगह होने के कारण दुकानदारों को भी बलपुरवा में अच्छा माहौल मिल सके, ऐसा हमारा प्रयास है।

कोटमा बाईपास के समीप बनेगा बस स्टैण्ड

दो से ढ़ाई दशक पहले जब बलपुरवा में राजीव गांधी बस अड्डे का निर्माण हुआ था, तब शहडोल जिला था, आबादी भी वर्तमान के लिहाजा से काफी कम थी, आज शहडोल में तरक्की के नये शोपान तय किये हैं, नपाध्यक्ष घनश्याम जायसवाल आगे कहते हैं कि आज शहडोल से प्रदेश के अन्य जिलों में ही नहीं बल्कि देश के कई प्रांतों में बसों की सीधी सेवा है, शहडोल के बस संचालक इस कार्य के लिए साधूवाद के पात्र हैं। जिस लिहाज से आबादी बढ़ी है और मध्यप्रदेश के लगभग जिलों के अलावा इलाहाबाद, कानपुर, लखनऊ, पूना, हैदराबाद, रायपुर, बिलासपुर, नागपुर सहित अन्य कई प्रांतों के महनगरों से सीधी बस सेवा तो हैं, लेकिन आज जरूरत हैं, घरेलू और अंतर्राज्जीय सेवाओं को अलग-अलग स्थान देने की। कोटमा बाईपास तिराहे के समीप पर्याप्त जगह पर एक ही स्थान पर नये बस स्टैण्ड में इसके साथ ही अन्य महानगरीय स्तर की सुविधाएं भी हम नागरिकों को देने का प्रयास करेंगे।

रिंगरोड की तर्ज पर बनेगी फोरलेन सडक़े

किसी भी शहर और प्रदेश का विकास तभी संभव हो पाता है, जब वहां लोगों को आने-जाने की सुविधाएं आसानी से प्राप्त हों, शहडोल से होकर दो-दो राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं, लेकिन जब यह राजमार्ग शहडोल पहुंचते हैं तो, शहर के अंदर से घुसने की बाध्यता हो जाती है, हाईवे से शहर को जोडऩे वाली सडक़े भी दुर्दशा का शिकार हैं, मुख्यमंत्री मोहन यादव को सौंपे गये पत्रों में श्री जायसवाल ने उल्लेख किया कि पाली रोड नये बाईपास (दूध डेयरी) से जयस्तंभ चौक एवं बाणगंगा बाईपास तिराहा से न्यू बस स्टैण्ड तथा लल्लू सिंह चौक से महाराणा प्रताप सिंह चौक तक शहर का मुख्य एवं व्यस्ततम मार्ग है, जो कि पुराना नेशनल हाईवे-79 था, मेरे द्वारा राज्य शासन एवं केन्द्र शासन से पत्राचार कर उक्त रोड को 4 लेन रोड निर्माण कराने का प्रस्ताव दिया गया था, शासन से वन टाइम इम्प्रूवमेंट पॉलिसी योजना के तहत 4 लेन की स्वीकृति प्रदान की गई थी, एमपीआरडीसी के अधिकारियों से चर्चा करने पर जानकारी मिली है कि उक्त रोड नगर पालिका परिषद शहडोल को निर्माण के लिए हस्तांतरण कर दी गई है।

मानक के अनुरूप सुविधाओं की कमी

मुख्यमंत्री को सौंपे गये पत्र में नपाध्यक्ष ने उल्लेख किया कि वर्तमान में शहडोल में मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, विश्वविद्यालय की स्थापन शासन स्तर से की गई है, संभागीय मुख्यालय होने के कारण शहर की जनसंख्या भी बढ़ रही है, किन्तु संभागीय मुख्यालय के मानक अनुसार शहर में सुविधाओं की कमी है, वर्तमान में नगर में पानी सप्लाई सरफा से की जाती है, जिसमें कोल माईंस का पानी आता है, भविष्य में कोल माईंस बंद होने पर नगर में जल संकट उत्पन्न होगा, जिसको दृष्टिगत रखने हुए सोन नदी में बैराज निर्माण की स्वीकृति के लिए कलेक्टर के माध्यम से 5 अक्टूबर 2023 को खनिज प्रतिष्ठान मद एवं यूआईडीएफ से प्रेषित किया गया है, लेकिन आज तक स्वीकृति अप्राप्त है। श्री जायसवाल ने मुख्यमंत्री से पत्र के माध्यम से कहा कि शहर को प्रगति पर अग्रसर करने एवं भविष्य में नगर में आमजनमानस की जलप्रदाय सुविधाओं को देखते हुए अतिआवश्यक है। उक्त मांगों पर जल्द विचार कर स्वीकृति प्रदान की जाये।

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