17 साल की अपह्रत बच्ची को गोहपारू पुलिस ने गुजरात से ढूढ निकाला, अपह्रत बच्ची को किया माता पिता के हवाले

शहडोल। गोहपारू थाना में 15 फरवरी को एक ग्रामीण ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी की उसकी 17 वर्षीय नाबालिग बेटी 14 फरवरी यानी घर मे स्कूल जाने को कहकर गई थी जो वापस घर नही आई है साथ उन्हने बेटी को अपहरण कर कही भगा ले जाने की आशंका जाहिर की थी ,जिस पर गोहपारू पुलिस ने धारा 363 प्रकरण पंजीबद्ध कर उसकी पड़ताल में जुट गई थी , इसी दौरान एसपी कुमार प्रतीक द्वारा थाना गोहपारु व सायबर सेल शहडोल से पुलिस टीम गठित कर गुजरात भेजा गया, पुलिस टीम द्वारा अपह्ता की दस्तयाबी हेतु गुजरात के अहमदाबाद, बनासकंठा आदि जिलो में कई जगहो पर दबिश दी गई लेकिन बच्ची के कोई सुराग हाथ नही लगे , इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम रामपुरा थाना थराद जिला बनासकांठा गुजरात निवासीबोचिया धारशी भाई पिता रायमल भाई ने अपह्ता बालिका को अपने कब्जे मे रखा है जो पुलिस टीम द्वारा उक्त पते पर दबिश दी गई, लेकिन बोचिया धारशी भाई द्वारा अपह्ता को गांव बस्ती मे कही छिपा दिया गया।एवं गांव वालो को इकट्ठा कर पुलिस पर अनावश्यक दबाव बनाने का प्रयास किया गया जो शहडोल पुलिस टीम द्वारा साहस व बुद्धिमानी का परिचय देते हुये अपह्ता बालिका को बोचिया धारशी भाई के कब्जे से दस्तयाब कर अपह्त बालिका एवंआरोपी बोचिया धारशी भाई को पुलिस टीम द्वारा साथ लेकर थाना गोहपारु आकर अपह्त बालिका को उसके माता पिता को सुपुर्द कर चेहरे पर मुस्कान लौटाई गई है । एवं आरोपी बोचिया धारशी को धारा 363,366क,376(2 ) (N) भा.द.वि एवं 5L/6 पाक्सो एक्ट के तहत मामला कायम कर, गिरफ्तार कर न्यायालय रिमाण्ड पर भेजा गया।
सम्पूर्ण कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य एवं उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय राघवेंद्र द्विवेदी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक सुभाष दुबे, सहायक उपनिरीक्षक भागचंद, कनकलता दुबे, प्रधान आरक्षक सुनीत मिश्रा, आरक्षक भगत सिंह, सतीश मिश्रा, सत्य प्रकाश मिश्रा (सायबर सेल) की सराहनीय भूमिका रही।