जिले में आयोजित हुईं ग्राम सभाएं,अधिकारी पहुंचे गांवों मे

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जिले में आयोजित हुईं ग्राम सभाएं,अधिकारी पहुंचे गांवों में
कटनी।। जिले में गांधी जयंती को तय एजेंडा के मुताबिक पंचायतों में ग्राम सभाओं का हुआ व्यापक आयोजन। कलेक्टर आशीष तिवारी के निर्देश पर अधिकारी ग्राम सभाओं में पहुंचे। दुग्ध समृद्धि सम्पर्क अभियान के ग्राम सभा मे पशुपालन को लाभ का व्यवसाय बनाने हेतु सभी को जागरूक किया गया। राज्य शासन द्वारा जारी ग्राम सभा के एजेंडा के अनुसार वन विभाग द्वारा 5 वर्ष की अवधि पूर्ण कर चुकी वन समितियों के पुनर्गठन पर चर्चा की गई । इसी प्रकार खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली और अन्य कल्याण कारी योजनाओं की सामाजिक संपरीक्षा पर बात हुई। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पंचायत में ओएसआर सृजन बढ़ाने, अटल ई-सेवा केन्द्र और ई-कोर्ट की स्थापना, सिकल सेल एनीमिया, शमशान स्थलों के विकास, पंचायतों में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे पीएम कुसुम, पीएम सूर्य घर को बढ़ावा देने, जीपीडीपी तैयारी हेतु जीपीपीएफटी और वार्ड स्तरीय पीएफटी के गठन, महिला सभा को मजबूत बनाना, पीएआई स्कोर में सुधार और राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर भी ग्राम सभा में बात हुई। इसी प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण,मनरेगा के अंतर्गत एक बगिया मां के नाम, गंगोत्री हरित परियोजना, मां नर्मदा आश्रय स्थल पर पौधा रोपण, महिला श्रमिकों की भागीदारी बढ़ाने और जल गंगा संवर्धन अभियान एवं अमृत सरोवर 2.0 पर ग्रामीणों से संवाद हुआ। जबकि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत ग्राम समृद्धि व्हीपीआरपी का प्रस्तुतिकरण, प्राकृतिक खेती, लखपति दीदी की सूची का वाचन और लोक अधिकार केंद्र पर चर्चा की गई। स्वच्छ भारत मिशन के तहत मॉडल श्रेणी ओडीएफ प्लस घोषित ग्रामों के मापदण्डों से ग्रामीणों को अवगत कराया गया और स्वच्छता शपथ का आयोजन किया गया। सामाजिक न्याय विभाग के द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान पर चर्चा एवं शपथ, पेंशन भोगी हितग्राहियों की सूची का वाचन एवं मृत हितग्राहियों के नाम के विलोपन, दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 पर चर्चा, और ग्राम में निवासरत उभलिंगी व्यक्तियों के लिए ‘स्माईल योजना’ के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने पर चर्चा हुई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से उपलब्ध 12 प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाओं, पैथोलॉजिकल जांच, औषधियों की उपलब्धता, जन आरोग्य समिति, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समिति और एच.आई.व्ही,एड्स से बचाव पर चर्चा की गई।

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