पुलिस के बुलावे पर थाने पहुंचे गुड्डू, तहसीलदार ने मानी गलती

एसडीएम के समझाईश के बाद गुरूदीन ने बदला आत्मदाह का
इरादा
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सोहागपुर पुलिस पहुंची मौके पर
इधर मंत्री से मिलने से पहले ही भाजपा जिलाध्यक्ष ने रोका रास्
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शहडोल। शुक्रवार को राज एक्सप्रेस द्वारा एनएच-43 पर 75 वर्षीय बीपीएल कार्डधारी वृद्ध के साथ अरबपति कारोबारी के द्वारा प्रताडऩा व पीडि़त द्वारा आत्मदाह करने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी, जिसे प्रशासन ने संज्ञान में लिया और जब जांच की गई तो, राज एक्सप्रेस एक बार फिर खबरों की कसौटी पर खरा उतरा। खुद एसडीएम सोहागपुर ने शुक्रवार को पीडि़त से मुलाकात की और पूर्व में तहसीलदार सोहागपुर के निर्णय को गलत बताया, वहीं शुक्रवार की सुबह पुन: पुलिस टीम तथा एसडीएम सोहागपुर दिलीप पाण्डेय आदि ने 75 वर्षीय वृद्ध गुरूदीन शर्मा से सुबह करीब 9 बजे मुलाकात की। एसडीएम ने गुरूदीन शर्मा की शिकायत की जांच करते हुए गुरूदीन को कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया, जिसके बाद गुरूदीन ने प्रभारी मंत्री से मिलने की इच्छा जताई, देर शाम तक संभागीय मुख्यालय में गुरूदीन वर्सेस गुड्डू का मामला प्रभारी मंत्री के साथ सुर्खियों में रहा।
यह किया पुलिस ने
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में शुक्रवार की सुबह 8 बजे ही गुरूदीन शर्मा के पास पहुंची और उसे प्रभारी मंत्री से मुलाकात की बातें कही, हालाकि व्यस्तता के कारण सुबह के कुछ घंटे इंतजार के बाद भी मंत्री से मुलाकात नहीं हो सकी। दोपहर करीब 4 बजे के आस-पास सोहागपुर पुलिस पुन: गुरूदीन के पास पहुंची, वृद्ध ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने उसे इस बात की जानकारी दी कि पुलिस अधीक्षक ने उसे दस्तावेजों के साथ तलब किया है। सोहागपुर थाने में गुरूदीन के बयान पुलिस अधीक्षक कार्यालय के कर्मचारियों के साथ ही थाने के जिम्मेदारों ने भी दर्ज किये, जिसके बाद शाम करीब 5 बजे पुलिस टीम गुरूदीन को अपने साथ उस भू-खण्ड पर भी लेकर गई, जहां कमलेश सिंह गोड़ के नाम पर बेनामी संपत्ति खरीदकर गुड्डू रस्तोगी के द्वारा निर्माण कराया जा रहा था।
एसडीएम ने माना, गलत था निर्णय
शुक्रवार को एसडीएम दिलीप पाण्डेय ने गुरूदीन शर्मा से मुलाकात की और समस्त दस्तावेजों का अवलोकन करने के बाद प्रेस को दिये गये बयान में कहा कि तहसीलदार लवकुश शुक्ला के द्वारा इस मामले में दिया गया फैसला गलत है। उन्होंने उच्च न्यायालय के आदेश का भी जिक्र करते हुए कहा कि इस भू-खण्ड के मामले में पुन: सुनवाई के साथ फैसला किया जायेगा। निर्माण कार्य के संदर्भ में उन्होंने गलत बताते हुए जल्द ही उस पर रोक लगाने की बात कही।
यह था मामला
शहडोल से बुढ़ार जाने वाले एनएच-43 पर जमुआ तिराहे के समीप 75 वर्षीय वृद्ध गुरूदीन छोटे से कच्चे झोपड़े में बीते 5 से 6 दशकों से रह रहा है, वर्तमान में वह अकेला है, जिस भू-खण्ड को लेकर गुरूदीन ने गुड्डू रस्तोगी पर कमलेश सिंह के नाम पर खरीदने और प्रताडऩा के आरोप लगाये हैं, आराजी खसरा क्रमांक 276 कुल रकवा 0.07 डिस्मिल के इस भू-खण्ड को लेकर है, वृद्ध का दावा और दस्तावेज इस बात के प्रमाण हैं कि भूमि का मूल खसरा क्रमांक जो पूर्व में 123 व वर्तमान में 276 दर्ज है, भूमि का पूर्व पट्टेदार सेतुआ बैगा ने उक्त भूमि को प्रार्थी के मामा स्व. कामता प्रसाद शर्मा को सरस्वती मंदिर, गुरू आश्रम तथा यज्ञ स्थली बनाने के लिए 1957 में दान पत्र देकर उक्त भूमि का अधिपत्य सौंपा था। 25 नवम्बर 1985 को मामा ने गुरूदीन के नाम पर वसीयत बनाई थी, मौत के बाद पूर्व से रह रहे गुरूदीन का उक्त भू-खण्ड पर कब्जा और मालिकाना हक है। गुरूदीन ने बताया कि दानदाता के नाती के माध्यम से जमीन की बिक्री पहले कस्तूरी बाई पति स्व. रामकुमार गोड़ के नाम पर हुई और बाद में करोड़ों का यह भू-खण्ड ग्रीन सिटी में चौकीदारी करने वाले गोड़ जनजाति के युवक कमलेश सिंह पिता मोती लाल निवासी भागा, पोस्ट लफदा के नाम पर गुड्डू रस्तोगी ने बेनामी संपत्ति के रूप में क्रय कर ली।
मित्र को बचाने आगे आये कमल
रेत तथा प्रापर्टी के कार्याे में गुड्डू उर्फ प्रकाश रस्तोगी के साझेदार माने जाने वाले भाजपा के जिलाध्यक्ष कमल प्रताप सिंह ने पीडि़त गुरूदीन शर्मा को प्रभारी मंत्री से मिलने से रोक दिया। शुक्रवार की दोपहर करीब 11 बजे के आस-पास सर्किट हाऊस में एसडीएम से मिलने के बाद गुरूदीन शर्मा अपनी शिकायत प्रभारी मंत्री से करने पहुंचे थे, लेकिन बकौल गुरूदीन, कमल प्रताप ने मुझे रोक लिया, दोनों दोस्त हैं, कमल किसी भी स्थिति में मुझे न्याय दिलाने के पक्ष में नहीं है।
…और अरबपति गुड्डू पहुंचा थाने
शुक्रवार को यह मामला राज एक्सप्रेस में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद प्रभारी मंत्री सहित पुलिस अधीक्षक ने मामले को संज्ञान में लिया, शुक्रवार की दोपहर पीडि़त गुरूदीन शर्मा के सोहागपुर थाने पहुंचने के बाद गुड्डू रस्तोगी को भी तलब किये जाने की खबर है, जिसके बाद शाम 5 बजे पुलिस टीम व गुरूदीन के साथ गुड्डू रस्तोगी, कस्तूरी बाई, कमलेश सिंह गोड़ आदि भी एनएच-43 स्थित गुरू आश्रम पर पहुंचे और मौके पर जांच आदि की।
इनका कहना है…
एसडीएम के निर्देश पर मामले का पुन: परीक्षण मेरे द्वारा किया जा रहा है, जल्द ही पूरी स्थिति स्पष्ट कर दी जायेगी।
लवकुश शुक्ला
तहसीलदार, सोहागपुर
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संबंधित दस्तावेजों व मौके के अवलोकन से यह स्पष्ट है कि तहसीलदार कार्यालय से जारी हुआ आदेश, उच्च न्यायालय के आदेश से विपरीत है, इस संदर्भ में दस्तावेजों की समीक्षा की जा रही है।
दिलीप पाण्डेय
एसडीएम, सोहागपुर
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इस मामले की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य को सौंप दी गई है, यदि क्रिमिनल संबंधी कोई मामला या गड़बड़ी सामने आती है तो, कार्यवाही अवश्य होगी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को राजस्व रिकार्ड व न्यायालय के फैसले आदि की जांच के आदेश दिये गये हैं।
अवधेश गोस्वामी
पुलिस अधीक्षक, शहडोल