अतिथि शिक्षक आज भरेंगे हुंकार, अनूपपुर आयेंगे प्रदेश अध्यक्ष
जिलेभर से पहुंचेंगे अतिथि शिक्षक, नियमियतीकरण की करेंगे मांग
अनूपपुर। अतिथि शिक्षक संघ प्रदेश अध्यक्ष शंभुरचरण दुबे के निर्देशानुसार 25 सितंबर शुक्रवार को मुख्यालय के इंदिरा तिराहे में विशाल धरना प्रदर्शन एवं ज्ञापन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसमें जिलेभर के सभी अतिथि शिक्षकों से कार्यवाहक जिलाध्यक्ष लोकलाथ रौतेल ने अपील की है कि समस्त अतिथि शिक्षक सुबह 10 बजे पहुंच कर अपनी समस्या को कमेटी में रख सकते है, श्री रौतेल ने बताया कि 15 वर्षो से अतिथि शिक्षक शोषित हो रहे है, मजदूरो से भी कम मानदेय में कार्य कर रहे है, लेकिन सरकार के द्वारा अतिथि शिक्षकों के विषय में किसी भी प्रकार का फैसला नही लिया गया है, श्री रौतेल ने उपचुनाव से पहले अतिथि शिक्षकों की मानेदय एवं नियमितिकरण हेतु विशेष कदम उठाने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, तांकि प्रदेश भर के अतिथि शिक्षकों को लाभ मिल सके और अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।
मुख्यमंत्री के नाम सौपेंगे ज्ञापन
अतिथि शिक्षक लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन कोई भी सरकार के द्वारा अतिथि शिक्षकों के हित में अभी तक फैसला नहीं ले पाई है। अतिथि शिक्षक इस वक्त दोहरी मार झेल रहे हैं, कई बार गुहार लगाई, लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया। अतिथि शिक्षक अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जिला मुख्यालयों पर पहुंच कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए विवश है।
इंदिरा तिराहे में होगा सभा
प्रात: 10 बजे इंदिरा चौक में एकत्रित होकर सभा का आयोजन करेंगे। जिसके बाद कलेक्ट्रेट में उपस्थित होकर ज्ञापन सौपेंगे। कार्यवाहक जिला अध्यक्ष लोकनाथ रौतेल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोनोकाल में कई परिवार भुखमरी की कगार पर आ गये, लेकिन किसी ने भी ध्यान तक नही दिया, महज मजदूरी से भी कम मानदेय में कार्य करने वाले अतिथि शिक्षकों की हालत लॉकडाउन के दौरान दयनीय हो गई, न तो सरकार ने किसी प्रकार का साथ दिया और न ही प्रशासन ने कोई कदम उठाया, जिसके कारण 25 सितंबर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौप कर इंदिरा तिराहे में प्रशर्दन करने का फैसला लिया गया है।
भुखमरी के कगार पर अतिथि
कार्यवाहक जिला अध्यक्ष लोकनाथ व उपाध्यक्ष विपिन तिवारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि अतिथि शिक्षक हमेशा की तरह फिर से शोषण का शिकार हो गए हैं, अतिथि शिक्षक इस वक्त दोहरी मार झेल रहे हैं, उन्होंने महाराज पर आरोप लगाते हुए कहा कि महाराज जब तक कांग्रेस में थे अधिक शिक्षकों के साथ सड़क पर उतरने की बात कर रहे थे, लेकिन जैसे ही उन्हें कुर्सी मिल गई वह अथिति शिक्षकों को सड़क पर छोड़कर राज्यसभा चले गए अतिथि शिक्षकों ने कई बार उनसे गुहार लगाई लेकिन महाराज ने उनकी बात को अनसुना कर दिया।
जिलेभर से की अपील
वर्षो से अतिथि शिक्षको के हक की लडाई लडने वाले रावेन्द्र उपाध्याय, विपिन तिवारी, प्रणेश पटेल, प्रदीप सोनी, प्रभात नामदेव रामनरेश राठौर, राहुल मिश्रा, शुभेंद्र तिवारी, निर्मला प्रजापति, नेहा दुबे, कविता प्रजापति ने जिले के अतिथि शिक्षकों से अपील की है कि अपना भविष्य सुरक्षित करने के लिए सभी परिवार सहित जिला मुख्यालयों पर पहुंच कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए 25 सितंबर को सुबह 10 बजे इंदिरा चौक में उपस्थित हो और सभी अतिथि शिक्षक मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन करें।
ऐसे भविष्य से बेहतर है मौत
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि यदि सरकार हमारा भविष्य सुरक्षित नहीं कर सकती तो हमें इच्छा मृत्यु दे दे या हमारे परिवार को जहर दे दे। गौरतलब है कि अतिथि शिक्षक पंद्रह वर्षों से अपने नियमितीकरण की लड़ाई लड़ रहे हैं। दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों ने अतिथि शिक्षकों के हित में नीति बनाकर उनका भविष्य सुरक्षित किया है। उसी तरह मध्यप्रदेश के अतिथि शिक्षकों के हित में नीति बनाकर भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है, लेकिन सरकार प्रतिवर्ष अतिथि शिक्षकों को बेरोजगार करती जा रही है।