कोल्हापुर के हरली कारखाना मे कटनी के फंसे श्रमिकों की सकुशल हुई घर वापसी, स्टेशन पर उतरते ही सुनाई अपनी व्यथा,काम के बदले मिलने वाली मजदूरी पर मिलती थी मार
कोल्हापुर के हरली कारखाना मे कटनी के फंसे श्रमिकों की सकुशल हुई घर वापसी, स्टेशन पर उतरते ही सुनाई अपनी व्यथा,काम के बदले मिलने वाली मजदूरी पर मिलती थी मार
कटनी॥ विजयराघवगढ़ क्षेत्र के रहने वाले मजदूरों को महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के प्रशासन और कटनी जिला प्रशासन के सहयोग से घर वापसी का मार्ग प्रशस्त हुआ और सभी मजदूर शनिवार की दोपहर DMO ट्रैन से कटनी पहुँच कर प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी आप बीती सुनाई । प्रशासन ने सभी मजदूरों को सकुशल उनके गृहग्राम तक पहुंचाने के लिए साधन की व्यवस्था कर घर पहुचाया । इस संबंद्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के विजयराघवगढ़ अंचल के ग्राम उबरा, सिजहरा और भरेबा गांव के मजदूर अपने परिवार की जीविका चलाने के लिए मजदूरी के लिए एक ठेकेदार के साथ कोल्हापुर जिले के गढ़ीगंज थाना क्षेत्र के हरली कारखाना में गन्ना कटाई के लिए गए थे। 15-16 मजदूरों से गन्ना कटाई और लदाई का काम करवाने के बाद भी मजदूरी का पैसा नहीं दिया जाता है। खाने के लिए केवल राशन दिया जाता है, बलपूर्वक काम करवाया जाता है, उनसे गाली-गलौज की जाती है, साथ ही घर जाने के लिए छोड़ने के एवज में 2 से 5 लाख रुपये की मांग ठेकेदार द्वारा की जाती है। उनसे दिन-रात काम भी करवाया जाता है। इन स्थितियों को जानने के तत्काल बाद ही कलेक्टर अवि प्रसाद ने कोल्हापुर जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को 21 दिसंबर को ही पत्र लिखकर हरली कारखाना में कटनी विजयराघवगढ़ अंचल के सभी मजदूरों को ठेकेदार के चंगुल से मुक्त करने का आग्रह किया।
हरकत में आए कोल्हापुर जिला प्रशासन ने ठेकेदार व मालिक को कटनी के सभी मजदूरों को घर वापस भेजने के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए। इसके बाद सभी मजदूर शनिवार की दोपहर
कटनी रेलवे स्टेशन पहुंचें। यहां से मजदूरों से उनके परिस्थितियों के बारे में के संबंधित अधिकारियों ने जानकारी जुटाते हुए उनके गांव के लिए रवाना किया ।
कोल्हापुर के हरली कारखाना से वापस आए मजदूरों में विजयराघवगढ़ क्षेत्र के ग्राम उबरा की रोशनी बाई कोल, रमेश कोल, गीता बाई कोल, कन्छेदी कोल, अर्जुन कोल, सूरज कोल, विजय कोल, सुखी लाल कोल, अरुण कोल और चांदनी कोल शामिल है। जबकि सिजहरा ग्राम की रानी कोल एवं सुमन कोल तथा कुम्हरवारा गांव के सगौंनी कोल तथा भरेबा गांव के संजू कोल शामिल हैं। पूरे प्रयास में कलेक्टर श्री प्रसाद ने सावित्री की व्यथा और परिजनों के मुशिकल में फंसे होने की वेदना को महसूस करते हुए त्वरित कार्यवाही की।
-: पूरा मामला :-
विजयराघवगढ़ के श्रमिकों को कोल्हापुर जिले के गढ़ीगंज थाना क्षेत्र के हरली कारखाना में गन्ना कटाई के लिए ठेकेदार द्वारा ले जाया गया था। कलेक्टर श्री प्रसाद को 21 दिसंबर को इस संबंध की जानकारी ग्राम उबरा की सावित्री बाई कोल द्वारा दी गई। स्वयं सेवी संस्था जन साहस कम्युनिटी इंगेजमेण्ट के मुकेश द्विवेदी के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची सावित्री ने कलेक्टर श्री प्रसाद को बताया कि ठेकेदार विलास 6 अक्टूबर को इटारसी एवं नागपुर के बीच गन्ना कटाई के काम के लिए 20 मजदूरों को लेकर गया था। लेकिन 4 मजदूर वहां से किसी तरह वापस आने में सफल रहे। जबकि 16 मजदूरों से गन्ना कटाई और लदाई का काम करवाने के बाद भी मजदूरी का पैसा नहीं दिया जाता है। खाने के लिए केवल राशन दिया जाता है, बलपूर्वक काम करवाया जाता है, उनसे गाली-गलौज की जाती है, साथ ही घर जाने के लिए छोड़ने के एवज में 2 से 5 लाख रुपये की मांग ठेकेदार द्वारा की जाती है। उनसे दिन-रात काम भी करवाया जाता है। इन स्थितियों को सुनने और जानने के तत्काल बाद ही कलेक्टर अवि प्रसाद ने कोल्हापुर जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को 21 दिसंबर को ही पत्र लिखकर हरली कारखाना में कटनी विजयराघवगढ़ अंचल के सभी मजदूरों को ठेकेदार के चंगुल से मुक्त करने का आग्रह किया। श्री प्रसाद ने पत्र में लिखा कि मजदूरों को जल्द से जल्द यदि हरली कारखाना के ठेकेदार से मुक्त नहीं कराया गया तो कोई भी बड़ी घटना घटित हो सकती है। इसलिए वहां मजदूरी करने गए और मुश्किल हालात में फंसे मजदूरों को घर वापस भेजने की कार्यवाही करते हुए दोषियों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करने कलेक्टर कटनी अवि प्रसाद ने पत्राचार किया था। इसके बाद हरकत में आए कोल्हापुर जिला प्रशासन ने ठेकेदार व मालिक को कटनी के सभी मजदूरों को घर वापस भेजने के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए।