प्रभारी प्राचार्य के आगे बेबस जनजातीय कार्य विभाग

प्रभारी प्राचार्य के आगे बेबस जनजातीय कार्य विभाग
शिकायते बेअसर, आज भी धमकियों के बीच नौकरी करने को मजबूर शिक्षक
खुद के नियम बनाकर करते है विद्यालय का संचालन
जिस विद्यालय में शिक्षा की प्रमुखता छोड वहां प्राचार्य अपने शान-शौक और जुगाड देखने लगे तो वहां कई भविष्य बर्बादी के कगार पर पहुंच जाता है, वर्षभर से शासकीय उमावि चकेठी के प्रभारी प्राचार्य पर अतिथि शिक्षकों ने अपने व विद्यालय के साथ हो रहे अन्याय को सहायक आयुक्त व कलेक्टर के समक्ष रखी, लेकिन उनके आगे अधिकारी भी बेबस दिखाई दिये।
अनूपपुर। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चकेठी में पदस्थ प्रभारी प्राचार्य गजेन्द्र कुमार पांडेय अपने मनमाने रवैये और दुव्र्यहार के लिए जाने जाते है, इसके पहले पुष्पराजगढ में पदस्थ रहने के दौरान इनके ऊपर गंभीर आरोप लगे थे, थाने में लिखित शिकायत हुई, लेकिन जुगाड के दम पर बच निकले। उनके इस हरकत को देखते हुए वहां से चकेठी में पदस्थ किया गया, जहां अब विद्यालय के प्रति ईमानदार न रह कर अतिथि शिक्षकों के साथ भेदभाव व शिक्षकों के साथ अभद्रता करने में कोई गुरेज नही कर रहे है।
शिकायत बेअसर
लगातार अतिथि शिक्षकों द्वारा अपनी मांगों व समस्याओं को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन आज तक किसी ने न जांच की न ही कोई समाधान किया गया। लगातार मानदेय को लेकर विसंगतियां प्राचार्य द्वारा की जा रही है, अपने चहेते अतिथि शिक्षकों को मानदेय में लाभ देना और दूसरो के साथ भेदभाव पूर्ण कार्य करना इनके नीयत में समा चुका है, यही कारण है कि हर जगह उनकी बुराई और अभद्रता सामने आ जाती है, जिसकी शिकायत अधिकारियों के पास होने के बावजूद भी कार्यवाही नही की जा रही है।
गाली-गलौच के साथ बातें
बीते दिनों अतिथि शिक्षक जीतेन्द्र कुमार शुक्ला के साथ मारपीट एवं गाली गलौज विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य गजेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वारा शिक्षा सत्र 2021-22 में कार्यरत अतिथि शिक्षको के साथ आय दिन उपस्थिति, तथा मानदेय के संदर्भ में विद्यालय समय पर आये दिन कभी गाली गलौज या मारपीट या प्रशासनिक धमकी तथा अभद्रता का व्यवहार किया जा रहा है। जो एक शिक्षा जगत के अनुसार एक शिक्षक के साथ यह व्यवहार करना पूर्णत: गलत है। 04 मार्च को जीतेन्द्र ने विद्यालय 12:15 मिनट में पहुँचने पर प्रभारी प्राचार्य द्वारा मानदेय एवं कालखण्ड तथा विद्यालय समय आदि विषय को लेकर सीधे हाथापाई एवं मारपीट करने मे उतारू हो गए। विकास द्विवेदी द्वारा उसी दौरान बीच बचाव किया गया जो कि उसके गवाह और साक्ष्य है।
कालखण्ड में छेडखानी
जबकि लोक शिक्षण संचानालय भोपाल द्वारा 19 जनवरी को जारी पत्र अतिथि शिक्षक/ 2022/129 इसमें आदेशित किया गया है कि पूर्व में कार्यरत समस्त म.प्र. शासकीय विद्या में कार्यरत अतिथि शिक्षको का मानदेय कोरोना महामारी के चलते पूर्व माह के काल खण्ड के अनुसार ही माह जनवरी 2022 के उपस्थिति के अनुसार मानदेय का भुगतान संस्था प्राचार्य द्वारा किया जाए, किन्तु चकेठी प्रभारी प्राचार्य द्वारा पूर्व में कार्यरत अतिथि शिक्षकों की उपस्थिति एवं कालखण्ड में माह जनवरी में विसंगति कर किसी को 04 या 03 या 02 या 01 कालखण्ड के अनुसार उपस्थिति मानदेय बनाकर बी.ई.ओ. जैतहरी कार्यालय द्वारा मनमानी भुगतान कर दिया है।
छात्रों को धमकी
बीते दिनों छात्रों के सामने प्राचार्य ने अतिथि शिक्षकों के साथ दुव्र्यहार व अभद्रता के साथ पेश आये, इस संदर्भ में कक्षा 9वीं के छात्रों को भी धमकी दी है कि मैं संस्था का प्राचार्य हूँ अगर तुम कोई भी छात्र जीतेन्द्र शुक्ला या किसी अतिथि शिक्षक के पक्ष में गवाही एवं बात करोगे तो तुम लोगो का नाम विद्यालय के दाखिल पंजी से पृथक कर देगें और परीक्षा में फेल या अनुत्तीर्ण कर देंगे। जिससे छात्रों के साथ गलत व्यवहार एक संस्था प्राचार्य द्वारा किया जाना न्यायचित्त नहीं है। अबकि संस्था के सभी कार्यरत नियमित एवं अस्थाई अतिथि शिक्षक तथा कक्षा 9वीं के सभी उपस्थित छात्र प्राचार्य के इस दुर्व्यहार को देखे है और प्रार्थी का कथन है कि विगत संस्था ब्लाक पुष्पराजगढ़ में गजेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वारा इसी प्रकार से लड़ाई करने पर वहा से इनको जन शिक्षक पद से मुक्त कर इन्हें जिला आदिवासी कार्यालय अनूपपुर द्वारा शा. हाई स्कूल चकेठी में स्थानान्तरण किया गया था तथा पूर्व में शिक्षा सत्र 2020 में संस्था में कार्यरत अतिथि शिक्षक भगवानदीन यादव व जीतेन्द्र कुमार शुक्ला व चन्द्रभान मांझी द्वारा इस प्रभारी प्राचार्य की शिकायत सहायक आयुक्त कार्यालय में लिखित रूप से किया गया था और सी.एम. हेल्प लाईन 181 में भी शिकायत किया गया था। शिकायत का संदर्भ मार्च-अप्रैल 2020 में उपस्थिति न करना तथा मानदेय की भुगतान के संदर्भ में किया गया था।
अतिथि शिक्षकों से पैसो की मांग
गरीब पीडित अतिथि शिक्षक जीतेन्द्र कुमार शुक्ला से प्रभारी प्राचार्य द्वारा 2000 रुपये मांग कर रहे थे, कालखण्ड बढ़ाने का और अतिथि शिक्षक चन्द्रभान मांझी का 4 कालखण्ड बनाकर उनसे एक कालखण्ड का पैसा ले लेते हैं, बाकायदा अतिथि शिक्षकों को घर बुलाकर नगद के रूप में कालखण्ड के नाम पर पैसे की मांग की जाती है। न देने में अभद्रता और हटा देने की धमकी दिया जाता है। अतिथ शिक्षकों ने प्रभारी प्राचार्य गजेन्द्र कुमार पाण्डेय के खिलाफ जाँच कर दोषी पाये जाने पर विद्यालय से स्थानांतरण करने की मांग की है।