हाई-टेक चोरी! पूरी एटीएम मशीन गायब रात 2:30 बजे एटीएम मशीन उखाड़ ले गए चोर पिकअप में लादकर 11 लाख पार… मुख्य सड़क पर चल रही पेट्रोलिंग पर भारी पड़ी चोरों की योजना काला स्प्रे, काट मशीन, पिकअप में भरकर फरार
हाई-टेक चोरी! पूरी एटीएम मशीन गायब रात 2:30 बजे एटीएम मशीन उखाड़ ले गए चोर
पिकअप में लादकर 11 लाख पार…
मुख्य सड़क पर चल रही पेट्रोलिंग पर भारी पड़ी चोरों की योजना काला स्प्रे, काट मशीन, पिकअप में भरकर फरार
कटनी में हाई-टेक चोरी की सबसे बड़ी वारदात! माधव नगर थाना क्षेत्र के बीचोंबीच लगे एटीएम को चोरों ने फिल्मी अंदाज़ में उखाड़कर अपने साथ ले गए। वारदात के समय पुलिस गश्त कहां थी? बैंक सुरक्षा व्यवस्था भी सवालों के घेरे में। कटनी की माधवनगर शाखा में एटीएम चोरी की ये वारदात सिर्फ लोहा काटने की नहीं, सिस्टम को काटने की भी कहानी है। रात के सन्नाटे में गैस कटर से एटीएम को उखाड़ने वाले चोर कैमरों की आंख बंद कर गए, और बैंक के अलार्म सिस्टम को भी चकमा दे गए।
कटनी। जिले में बढ़ती चोरी की वारदातों ने अब सुरक्षा तंत्र की पोल खोल दी है। कभी बाइक चोरी, कभी घरों में सेंधमारी और अब चोरों ने पुलिस को सीधी चुनौती देते हुए एटीएम मशीन ही उखाड़कर अपने साथ ले जाने की दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दे दिया। माधव नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एटीएम को शुक्रवार-शनिवार की देर रात चोरों ने निशाना बनाया।
सूत्रों के अनुसार वारदात रात लगभग 2:00 से 2:30 बजे के बीच हुई। चोर पहले एटीएम कक्ष में दाखिल हुए, भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों पर काला स्प्रे मारकर रिकॉर्डिंग को बंद किया और फिर मशीन को पैनी ब्लेड से काटकर उखाड़ दिया। उसके बाद मशीन को पिकअप वाहन में लादकर मौके से भाग निकले। घटना के समय एटीएम पर कोई सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं था। बैंक कर्मियों की प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मशीन के भीतर लगभग 11 लाख रुपए मौजूद थे।
घटना की खबर फैलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष डेहरिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और निरीक्षण किया। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश शुरू की गई है। बताया जाता है कि चोर जबलपुर की दिशा में भागते हुए कैमरे में दिखाई दिए हैं।
एसपी विश्वकर्मा ने बताया कि मशीन में लगभग 10 से 11 लाख रुपए मौजूद थे। पुलिस की कई टीमें सक्रिय की गई हैं और बहुत जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
रात्रिकालीन गश्त पर उठे सवाल, सुरक्षा दावे बेनकाब
वारदात ऐसे समय में हुई जब पुलिस-प्रशासन रात्रिकालीन गश्त को मजबूत करने के दावे कर रहा है। मुख्य मार्ग पर स्थित एटीएम मशीन को उखाड़कर अपने साथ ले जाना, बड़ी लापरवाही और सुरक्षा खामियों की तरफ इशारा करता है। घटना के बाद पुलिस ने इलाके की CCTV फुटेज जुटाई है। तकनीकी टीम बैंक के अलार्म सिस्टम और लॉकर की सेफ्टी को जांच रही है। बैंक प्रबंधन मान रहा है कि ये काम लोकल गैंग का है या फिर प्रोफेशनल चोरों का जांच जारी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही वारदात का खुलासा होगा। घटनास्थल से गैस कटर के निशान, वाहन के टायर के निशान और एक यूएसबी जैसी डिवाइस बरामद की गई है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। जब बीच सड़क पर मौजूद एटीएम सुरक्षित नहीं, तो घर-दुकानें कितनी सुरक्षित? क्राइम मीटिंग में पुलिस अधीक्षक द्वारा चोरी की घटनाओं पर काबू करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन लगातार बढ़ते मामलों से स्पष्ट है कि थाना स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। इसी लचर व्यवस्था का फायदा उठाकर चोरों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। जहां पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं बैंक की सुरक्षा व्यवस्था भी निशाने पर है। इतनी संवेदनशील जगह पर सुरक्षा गार्ड की अनुपस्थिति गंभीर प्रश्न उठाती है। यदि गार्ड तैनात नहीं था तो जिम्मेदारी किसकी, और यदि तैनात था तो घटना के वक्त कहां गायब था? कटनी पुलिस की ओर से इस मामले में आधिकारिक बयान जारी कर पुरे मामले की जांच शुरू कर दी है। लगातार चोरी की घटनाओं ने शहर को दहशत के माहौल में धकेल दिया है। सुबह घटना का खुलासा होते ही आसपास के लोग नाराज दिखाई दिए। लोगों ने कहा कि पुलिस गश्त बढ़ाई जाए और रात के समय संदिग्ध गतिविधियों पर तत्काल कार्रवाई हो। कुछ नागरिकों ने सवाल उठाया कि सिर्फ दो दिन पहले ही जबलपुर के गोसलपुर में इसी तरह एटीएम चोरी का प्रयास हुआ, ऐसे में कटनी पुलिस सतर्क क्यों नहीं थी?
कटनी में एटीएम मशीन उखाड़कर ले जाने की यह वारदात महज़ चोरी नहीं, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था को खुली चुनौती है। पुलिस की रात्रिकालीन गश्त, बैंक सुरक्षा मानकों और सतर्कता व्यवस्था पर कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। जब शहर का एटीएम ही सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिक किस पर भरोसा करें?
अब सभी निगाहें पुलिस की कार्रवाई और जल्द गिरफ्तारी पर टिकी हैं। जब जिले की मुख्य सड़क पर लगा एटीएम सुरक्षित नहीं, तो नागरिकों की सुरक्षा के तमाम दावे खोखले लगने लगते हैं। यह वारदात सिर्फ चोरी नहीं, प्रशासनिक लापरवाही की रिपोर्ट कार्ड है।