4 महीने से अपने पैसो के लिए भटक रहा IDBI BANK का खाताधारत
एटीएम से पैसे निकालते समय ट्रांजेक्शन हुआ था फेल
अनूपपुर। मुख्यालय में संचालित आईडीबीआई बैंक के खाताधारक राजू राठौर के द्वारा 8 जून 2020 को हास्पीटल रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से 3 हजार रूपए निकालने गया था। जहां एटीएम में टं्रंाजेक्शन करते समय तकनीकी समस्या आ जाने से पैसे नही निकले और ट्रंाजेक्शन फेल हो गया व पैसा एटीएम मशीन में ही फंसा रह गया। जिसके बाद खाताधारक आईडीबीआई की शाखा में जाकर अपनी समस्या को उपस्थित बैंक कर्मचारियों के समक्ष रखता है, जहां उसे आवश्वासन मिला कि एक सप्ताह के अंदर आपका पैसा वापस आपके खाते में आ जायेगा, एक सप्ताह बाद जब पैसे नही आये तो खाताधारक से आवेदन पत्र लिखकर देने को बैंक कर्मचारियों ने कहा, जहां उसने आवेदन पत्र भी दिया, जिसके बावजूद आज तक उसे पैसे उसके खाते में नही आये।
खाताधारक को आरबीआई की नसीहत
आईडीबीआई बैंक का खाताधारक राजू राठौर 4 महीने से दोनो बैंकों के चक्कर काट रहा है, जब इतने दिन बीत गये तब शाखा प्रबंधक उन्हे आरबीआई में ऑनलाईन व अन्य विधियों के माध्यम से शिकायत करने की बात कहते है, जहां से राजू के 3 हजार रूपए का निराकरण होगा, हांलाकि शाखा प्रबंधक ने खाताधारक को हर मदद करने की बात कही है, लेकिन 4 महीने तक आखिरकार एक धाताधारक परेशान होता रहा, किसी ने भी एक भी मदद नही की और महीनों बैंकों के चक्कर काटने के बाद अब आरबीआई की शिकायत शाखा में कितना समय बितायेगा वह तो वक्त ही बतायेगा।
एक सप्ताह में क्यो नही हुआ निराकरण
गौरतलब हो कि अगर एक ग्राहक इस तरह से अपने ही पैसों के लिए परेशान होगा, तो बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों से तो भरोसा ही उठ जायेगा, जबकि ऐसे मामले में तीन दिन के अंदर ऑटो रिटर्न ट्रांंजेक्शन आमतौर पर होते है, अगर किसी तरह से नही हुआ तो एक सप्ताह के अंदर बैंक निराकरण करता है, धाताधारक चार महीने से बैंक के चक्कर लगा रहा है, लेकिन निराकरण नही हुआ, अब उसे आरबीआई में शिकायत करने की बात कही जा रही है, गौरलतब हो कि आदिवासी अंचल में भोले-भाले लोगों को आज भी बैकिंग प्रक्रिया की ज्यादा जानकारी नही है, जिसके कारण ऐसे समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, वही बैंकों में बैठे लापरवाह कर्मचारियों के कारण खाताधारक परेशान होने को विवश है।