न्यायाधीश की भूमिका में आजाक थाना के प्रभारी
पहले नहीं लिखी बलात्कार की शिकायत, अब आरोपी को पिला रहे चाय
शहडोल। मुख्यालय स्थित आदिम जाति कल्याण थाना इन दिनों दलाली का अड्डा बना हुआ है, प्रभारी चंद दलालों
के मार्फत यहां पहुंच रही शिकायतों की सौदेबाजी करवाते हैं और पीडि़तों को हर दूसरे मामले में एफआईआर के लिए
पुलिस अधीक्षक या अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है, 03 अगस्त को पुलिस
अधीक्षक के हस्ताक्षेप के बाद गोहपारू के कर्री गांव की आदिवासी महिला की शिकायत पर थाने में 376 व
एसटी/एससी के तहत शहर के सफेदपोश कुलवंत सिंह के खिलाफ बेमन से मामला तो दर्ज किया गया, इसके बाद
आरोपी को लगभग 25 दिन बीतने के बाद भी गिरफ्तार नहीं किया गया, शनिवार को पीडि़ता फिर थाने पहुंची और
इस मामले में न्याय की गुहार लगाई। इस पूरे मामले में शहडोल पुलिस अधीक्षक ने आरोपी के तत्काल गिरफ्तारी के
आदेश देने की बाते कहीं हैं।
यह था मामला
शहडोल मुख्यालय के बुढ़ार रोड स्थित रामाबाई अस्पताल के समीप रहने वाले कुलवंत सिंह के द्वारा 28 वर्षीय
आदिवासी महिला जो वर्तमान में पुलिस लाईन वार्ड नंबर 15 में किराये के मकान में रहती थी, उसके साथ दुराचार
किया गया, पीडि़ता ने बताया कि उसे नौकरी का लालच कुलवंत सिंह के द्वारा दिया गया था और 27 जुलाई को
दोपहर करीब 12 बजे उसके साथ जबरजस्ती गलत काम किया और वह किसी तरह उसके घर से जान बचाकर भागी,
आजाक थाने में महिला ने शिकायत दी, लेकिन मामला दर्ज नहीं हुआ, बल्कि प्रमोद नामक व्यक्ति प्रभारी के साथ
मिलकर मैनेजमेंट में लग गया, पीडि़ता ने इसके बाद एसपी का दरवाजा खटखटाया तो, 3 अगस्त को मामला दर्ज
हुआ, लेकिन गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई, पीडि़ता लगातार उसके द्वारा जान से मारने की धमकी देने व कार्यवाही
की मांग कर रही है।
प्रभारी के साथ चाय पर चर्चा
3 अगस्त को पुलिस ने आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपी को
गिरफ्तार नहीं किया, पुलिस और आरोपी के बीच सेतू बने प्रमोद सहित तीनों की इस मामले पर कभी शहर में तो,
कभी थाने में चाय पर चर्चा होती रही। आरोपी को बचाने के लिए उसके मेडिकल अनफिट होने का बहाना बनाया गया
और लगातार आरोपी की बैठके थाने में ही होती रही। इधर पीडि़ता न्याय की गुहार लगाती रही और आरोपी अपने
मैनेजमेंट व पहुंच के माध्यम से ‘‘लाडली बहना’’ को प्रताडि़त करता रहा, शनिवार की दोपहर 12.24 पर आरोपी के
आजाक थाना से स्कूटी पर निकलते वीडियो सोशल मीडिया में वॉयरल हुए तो, पुलिस के कान खड़े हो गये।
इनका कहना है…
इस मामले में आरोपी का मेडिकल अनफिट होने का दावा है, इस कारण उसका मेडिकल कराने में हम लगे हुए हैं, यदि
दावा गलत निकलेगा तो, गिरफ्तारी करेंगे।
नर्मद सिंह धुर्वे
आजाक थाना प्रभारी, शहडोल
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आरोपी की गिरफ्तारी के आदेश तत्काल दिये जा रहे हैं, मेडिकल या अन्य कोई दावा उसके द्वारा माननीय
न्यायालय के समक्ष किया जा सकता है।
कुमार प्रतीक
पुलिस अधीक्षक, शहडोल