आर्थिक अस्थिरता के दौर में अभिभावकों के समक्ष उत्पन्न हुया गंभीर संकट निजी स्कूलों ने नियमविरूद्ध बढ़ाई फीस, फीस जमा करने के लिए अभिभावकों पर डाल रहे दबाव अभिभावक कल्याण संघ ने कचहरी चौराहे पर किया प्रदर्शन, रैली निकालकर पहुंचे कलेक्ट्रेट, 8 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर के नाम सौंपा एक ज्ञापन
आर्थिक अस्थिरता के दौर में अभिभावकों के समक्ष उत्पन्न हुया गंभीर संकट निजी स्कूलों ने नियमविरूद्ध बढ़ाई फीस, फीस जमा करने के लिए अभिभावकों पर डाल रहे दबाव
अभिभावक कल्याण संघ ने कचहरी चौराहे पर किया प्रदर्शन, रैली निकालकर पहुंचे कलेक्ट्रेट, 8 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर के नाम सौंपा एक ज्ञापन
कटनी। वर्तमान में हर तबका वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान आर्थिक तंगी से गुजर रहा है. लोगों की आमदनी कम हो गई है. काफी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं. ऐसी आर्थिक अस्थिरता के दौर में अभिभावकों के समक्ष गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है! महंगाई और बेरोजगारी का दंश झेलने को अभिभावक विवश हो गए हैं. घर खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है, वहीं निजी स्कूलों द्वारा
द्वारा फीस में बढ़ोत्तरी करते हुए अभिभावकों पर फीस जमा करने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
निजी स्कूल संचालक बिना फीस लिए ना तो रिजल्ट दे रहे हैं और ना ही छात्रों को ऑनलाइन क्लास की अनुमति दी जा रही है.निजी स्कूल प्रबंधन सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप अभिभावकों को कोई राहत नहीं दे रहे हैं. कोरोना संक्रमण काल के दौरान सत्र 2020-21 के लिए फीस वृद्धि पर राज्य सरकार ने रोक लगा दी थी. सरकार ने आदेश दिया था कि जब तक स्कूल नहीं खुलेगा, तब तक केवल ट्यूशन फीस ही लेनी है. मासिक ट्यूशन फीस में भी वृद्धि नहीं करनी है.यह निर्देश उन स्कूलों के लिए था, जो ऑनलाइन क्लास चला रहे थे. जो स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं संचालित नहीं कर रहे हैं, उन्हें ट्यूशन फीस भी नहीं लेनी है. नया शिक्षण सत्र शुरू होने के बाद बच्चों की ऑनलाइन क्लास शुरू हो गई है और इसी के साथ अभिभावकों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं। ऑनलाइन क्लास के नाम पर कतिपय निजी स्कूल संचालकों द्वारा फीस में बढ़ोत्तरी करते हुए अभिभावकों पर फीस जमा करने के लिए दबाव डाला जा रहा है। फीस जमा नहीं करने पर बच्चों को ऑनक्लास से वंचित किया जा रहा है। इससे जहां अभिभावक प्रताडि़त हो रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ माननीय हाईकोर्ट और राज्य सरकार के निर्देशों की भी अव्हेलना हो रही है। अभिभावकों की परेशानियों को आज अभिभावक कल्याण संघ ने कचहरी चौराहे पर प्रदर्शन किया और इसके बाद एक रैली निकालकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे, यहां 8 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया है कि मप्र में स्कूल शिक्षा अधिनियम लागू किया गया है। जिसके मुताबिक अगर कोई स्कूल फीस में 10 प्रतिशत वार्षिक बढ़ोत्तरी करता है तो उसे जिला कमेटी के पास प्रस्ताव भेजना होता है लेकिन कटनी में आज तक कमेटी का गठन नहीं हो सका है। कमेटी को तत्काल प्रभाव से गठित किया जाए। कमेटी में अभिभावक कल्याण संघ के अध्यक्ष को भी शामिल किया जाए। कतिपय निजी स्कूलों द्वारा पिछली कक्षाओं में उत्तीर्ण छात्रों को वर्तमान सत्र की कक्षाओं में प्रमोट नहीं किया गया है, जिसका प्रमुख कारण अभिभावकों द्वारा फीस जमा नहीं कर पाना है। माननीय हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ऐसा नहीं किया जा सकता। इस तरह के अंवैधानिक कृत्य पर रोक लगाई जाए। फीस जमा नहीं होने के कारण स्कूलों द्वारा छात्रों की टीसी तथा अंकसूची रोकी जा रही है, जो कि असंवैधानिक है। इस पर कार्यवाही की जाए।
पिछले सत्र की फीस जमा न होने के कारण बच्चों को ऑनलाइन कक्षाओं में बैठने से रोका जा रहा है और उनको ऑनलाइन कक्षाओं के ग्रुप से रिमूव्ह किया जा रहा है। ऑनलाइन कक्षाओं में तो छात्रों को जोड़ा गया है लेकिन उनका मूल्यांकन कार्य हेतु जब टेस्ट लिया जाता है, तो उसमें शामिल नहीं किया जाता। इस पर रोक लगाई जाए। स्कूलों द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से फीस वृद्धि कर दी गई है, जिसके लिए मप्र शिक्षा अधिनियम के नियमों के मुताबिक स्कूल सिर्फ 10 प्रतिशत की फीस वृद्धि कर सकता है। फीस वृद्धि से अभिभावक परेशान है, इस पर रोक लगाई जाए। कलेक्टर से मांग की गई है कि कोरोना संक्रमण काल में अभिभावक आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में अभिभावकों की समस्याओं का अतिशीघ्र निराकरण किया जाए।
इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे अभिभावक कल्याण संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अभिभावकों की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए निर्णय लें, ताकि लाखों अभिभावकों को निजी स्कूलों के शोषण से मुक्ति मिल सके.इस अवसर पर अभिभावक कल्याण संघ के जिलाध्यक्ष रूपेश पहारिया, सचिव गौरव संजीव सूरी भारतीय, ओमप्रकाश आहूजा, अमरेश सिंह, संजय गुप्ता, पायल जेतवानी, शाफिया खान, आशीष रैकवार, अमित द्विवेदी, अजय सोनी, रमाकांत सोनी, कैलाश टहलरमानी, सुनील कुशवाहा, रूपाली बर्मन, अवधेश ठाकुर, इसरार खान, इरशाद अहमद, नितिन मिश्रा एवं पायल अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में अभिभावकों की उपस्थिति रही।
रिपोर्ट :-दिलीप शुक्ला