जनपद ढीमरखेड़ा की अभिनव पहल, दिव्यांग जनों को उपलब्ध होगा निः शुल्क भोजन अनूठा और सराहनीय कार्य करने वाली संभवतः प्रदेश की पहली जनपद होंगी ढीमरखेड़ा
जनपद ढीमरखेड़ा की अभिनव पहल, दिव्यांग जनों को उपलब्ध होगा निः शुल्क भोजन
अनूठा और सराहनीय कार्य करने वाली संभवतः प्रदेश की पहली जनपद होंगी ढीमरखेड़ा
कटनी॥ शासकीय कार्य से आए हुए दिव्यांग जनों को जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा कार्यालय में निःशुल्क स्वादिष्ट, ताजा गरमागरम और पौष्टिक भोजन परोसकर खिलाया जाएगा। इस अभिनव पहल की शुरुआत जिला के दूरस्थ विकासखंड ढीमरखेड़ा की क्षेत्रीय शहडोल की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह के द्वारा प्रथम दिन शुरुआत करते हुए दिव्यांगों को कूपन प्रदाय कर की गई। जनपद पंचायत के सीईओ यजुवेंद्र कोरी द्वारा की गई यह पहल संभवतः प्रदेश स्तर की पहली जनपद है, जहां विभागीय योजनाओं के लाभ हेतु शासकीय कार्य से आए हुए दिव्यांग जनों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। जनपद सीईओ श्री कोरी ने बताया कि दिव्यांगों को कार्यालय में कूपन प्रदान किया जाकर रजिस्टर संधारित किया जाएगा जिसमें आने वाले दिव्यांगों का विवरण अंकित होगा। इस हेतु जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के दो अधिकारी कर्मचारियों अनिल कोल और विनोद मेहर को दायित्व सौंपा गया है जिनके मोबाइल नंबर पर सूचित कर निशुल्क भोजन के संबंध में आवश्यक जानकारी ली जा सकेगी। सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह ने बुधवार को ढीमरखेड़ा प्रवास के दौरान सांसद प्रतिनिधि पद्मेश गौतम जनपद अध्यक्ष श्री मति सुनीता सुशील दुबे एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में दिव्यांगों हेतु निशुल्क भोजन व्यवस्था की शुरुआत करते हुए पोंडी कलां बी से आए हुए दिव्यांगों इंद्रपाल आकाश और अनुरुद्ध को कूपन प्रदाय किए। दिव्यांगों ने भोजन कर हर्ष व्यक्त करते हुए खुशी जताई और इस अनूठी पहल का स्वागत किया।
जनप्रतिनिधियों ने की सराहना
जनपद सीईओ श्री कोरी द्वारा शासकीय कार्य से आने वाले दिव्यांगों हेतु निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की अनूठी पहल की जनप्रतिनिधियों ने मुक्त कंठ से सराहना करते हुए हर संभव सहयोग हेतु आश्वस्त किया।
इनकी रही मौजूदगी
इस दौरान मंडल अध्यक्ष प्रशांत राय, बृजेंद्र प्रताप सिंह,हर्ष द्विवेदी, प्रकाश बागरी ,अनिल बागरी,आंनद उसरहटे, एपीओ मनरेगा अजीत सिंह, दीपक राहंगडाले,के पी परोहा, जमन सिंह राजपूत एवं अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारी कर्मचारियों की मौजूदगी रही।