यह किया था फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर

0

ऋण माफ करवाने बनवाये थे दस्तावेज, जांच में खुल सकते हैं कई राज

भोपाल। जीवित व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा गया, इसके आधार पर तीन बार लिया गया,ऋण माफ करवा लिया। खाली पड़े एक मकान के फर्जी दस्तावेज तैयार कर एक युवक से 3 लाख रुपए हड़प लिए। शुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर अंजना को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि वह पति से अलग रहती है। उसका एक बेटा और एक बेटी है। उसने पुष्पलता गुप्ता के नाम से फर्जी कागजात तैयार करवाकर कोटरा के मकान का सौदा बनवारी से करने की बात कबूल की है। करीब एक वर्ष से फरार चल रही महिला को आखिर कमला नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। महिला से पूछताछ के बाद खुले राज के आधार पर बर्खास्त क्लर्क को भी हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस ने ली तलाशी
अहीरपुरा,जहांगीराबाद निवासी आरोपित विजय कुमार विश्वकर्मा उर्फ विजय बाबा (45) पहले अदालत में बाबू था। वर्ष 1994 में फर्जी दस्तावेजों में विजय की भूमिका सामने आने के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया था। खुद को आरटीआई कार्यकर्ता बताने वाले विजय के घर की पुलिस ने तलाशी ली। इस दौरान उसके पास से टीआइ जहांगीराबाद, टीआई चूनाभट्टी एडवोकेट,नगर निगम और अन्य शासकीय विभागों की सील, फर्जी आधार कार्ड, कंप्यूटर व प्रिंटर जब्त किया है।
नहीं था पति का नाम
कमला नगर थाना प्रभारी विजय सिसोदिया ने बताया कि अंजना के घर से तलाशी में उसके तीन अलग नाम से दस्तावेज मिले, लेकिन उनमें पति का नाम एक ही था। पूछताछ में अंजना ने पुलिस को वह पति सत्येंद्र सिंह से कुछ सालों से अलग रह रही है। उसने तीन अलग-अलग बैंकों से करीब 81 हजार का समूह लोन लिया। ऋण माफ करवाने उसने बैंक में पति के फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया। प्रमाणपत्र उसने विजय विश्वकर्मा उर्फ विजय बाबा से बनवाए थे। पुलिस ने विजय को भी गिरफ्तार कर लिया है।
अचानक हुई लापता
पुलिस के अनुसार एक साल पहले बनवारी लाल नाम के युवक ने ठगी की शिकायत की थी। उसमें बताया था कि कोलीपुरा, जहांगीरबाद निवासी अंजना सिंह नाम की महिला से उसने कोटरा में स्थित एक मकान का सौदा किया था। इसके लिए उन्होंने अंजना को 3 लाख रुपए अग्रिम दिए थे। बाद में उन्हें पता चला कि यह मकान किसी पुष्पलता गुप्ता का है और लंबे समय से खाली पड़ा है। बनवारी ने इस बारे में अंजना को बताया तो वह अचानक लापता हो गई। इस मामले में अंजना के चार साथी पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed