जयंत बैरियर पर चेकिंग के नाम पर महज दिखावा, बिना रिकार्ड पार करा रहे बार्डर

शशिकांत कुशवाहा
सिंगरौली। जिले में आए दिन हो रहे कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी ने प्रशासन के माथे पर सिकन की लकीरें खींच दी है। वहीं जयंत बॉर्डर क्षेत्र पर बरती जा रही लापरवाही से जयंत क्षेत्र में कोरोना केस में इजाफा होने की संभावना है। महज दिखावे के लिए कुछ फोटो और वीडियो चेकिंग करते हुए दिखा कर खानापूर्ति कर ली जाती है कोरोना काल में भी बरती जा रही कोताही, कुर्सी तोड़ रहे जिम्मेदार।
मध्यप्रदेश की आखिरी पुलिस चौकी
दो राज्यों की सीमा को जोड़ने वाले जयंत बॉर्डर जैसे महत्वपूर्ण स्थान पर लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जयंत सिंगरौली जिले का कोरोना हॉटस्पॉट केंद्र बन चुका है व जिले में कोरोना से होने वाली मौत का मरीज इसी क्षेत्र का था ।
सूत्रों की माने तो जयंत चौकी क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारी अधिकांश समय कुर्सी पर बैठकर बिता रहे हैं और मुंह देखकर बॉर्डर में प्रवेश की छूट दी जा रही है। बाहर से आने वाले अधिकांश व्यक्तियों के रिकॉर्ड रजिस्टर में दर्ज ही नहीं हो पा रहे हैं। जिससे संक्रमण के प्रसार पर कैसे लगाम लगेगा भगवान ही मालिक है?
बॉर्डर पर गंभीर नही है जिम्मेदार
शाम होते ही जयंत बॉर्डर पर जयंत चौकी इंचार्ज महेंद्र सिंह के अगुवाई में मास्क व हेलमेट चेकिंग अभियान चलाकर दिनभर की इतिश्री कर ली जाती है और पूरे दिन बॉर्डर पर महज दिखावा के रूप में चेकिंग अभियान किया जा रहा है। गौर करने वाली बात है कि संबंधित मामले में अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा पूर्व में एनसीएल प्रबंधन को नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया था लगातार बढ़ते मामलों के बीच एवं नोटिस जारी होना और इसके बावजूद भी कोरोना का हॉटस्पॉट होना कहीं ना कहीं लापरवाही की तरफ इशारा करता है।