निर्मित बांध को लघु तालाब बनाने का जुगाड़

(श्री सीतारात पटेल)
ग्राम पंचायत गोरसी में रोजगार सहायक द्वारा भ्रष्टाचार करने का नायाब तरीका पिछले वर्ष हुआ था स्वीकृत और निरस्त, अब फिर कर दिया स्वीकृत
जिस आराजी खसरा नंबर में सहायक भूमि संरक्षण (नदी घाटी) उप संभाग अनूपपुर के द्वारा नदी बाढ़ नियंत्रण योजना से बांध का निर्माण किया था, उसी आराजी नंबर में पंचायत के द्वारा लघु तालाब स्वीकृत कर कार्य को कागजो में प्रारंभ कर दिया, इस नवीन भ्रष्टाचार में भूमि स्वामी के साथ रोजगार सहायक का हाथ सबसे ताकतवर है, बाद में सचिव और अंत में सरपंच की भागेदारी है।
अनूपपुर। जनपद पंचायत जैतहरी के ग्राम पंचायत गोरसी में भ्रष्टाचार करने का नायाब तरीका ढूंढ लिया है, पूर्व में भूमि संरक्षण नदी घाटी उप संभाग अनूपपुर द्वारा निर्मित बांध को पंचायत के जिम्मेदारों ने कागजो में लघु तालाब का निर्माण कर पूरे पैसे को हजम करने का योजना बना ली है। जबकि उक्त खसरा नंबर में वर्ष 2020 में लघु तालाब बनाने की स्वीकृत प्रदान की गई थी, शिकायकर्ता ने शिकायत करते हुये जांच की मांग की थी जहां एसडीओ ने जांच करते हुये स्वीकृत लघु तालाब को निरस्त कर दिया था।
फिर हुआ स्वीकृत
ग्राम पंचायत मनौरा के मनिकपुर ग्राम की भूमि आराजी खसरा नंबर 92/3 व 93/3 रकवा 0.132 व 0.077 हेक्टेयर में नदी बाढ़ नियंत्रण योजना अंतर्गत बांध का निर्माण किया गया है, लेकिन उक्त भूमि में ग्राम पंचायत गोरसी के द्वारा लघु तालाब का निर्माण किया जा रहा है, जबकि ग्राम पंचायत मनौरा के सरपंच ने अपने लेटरपैड में लिखकर बांध का निर्मित होना बताया है। लघु तालाब को स्वीकृत कराने का जुगाड़ भूमि स्वामी के साथ मिलकर रोजगार सहायक ने सीईओ के संरक्षण में करवा लिया। जबकि वर्ष 2020 में एसडीओ जीके मिश्रा के द्वारा जांच करते हुये निरस्त किया गया था, लेकिन एक बार फिर वर्ष 2021 में स्वीकृति प्रदान कर दी गई।
अजय राठौर है भ्रष्टाचारी
पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक अजय राठौर इस पूरे भ्रष्टाचार के शहंशाह हैं, इनके द्वारा पंचायत के हर कार्य में जुगाड़ के अनुसार कार्य को अंजाम दिया जाता है, देखते ही देखते रोजगार सहायक अजय लखपति बन गया और पंचो के साथ सांठगांठ कर उनके खातो को भरने का कार्य इन्हीं के द्वारा किया जाता है, अपने रिश्तेदारो और चहेतो को मजदूर बनाकर लाभ पहुंचाया जाता है, साथ ही दुकानदारो से वस्तुओं के नाम पर फर्जी बिल का भुगतान भी इन्हीं के द्वारा कराया जाता है।
यह है मामला
मामला ग्राम मानिकपुर तहसील जैतहरी स्थित आराजी खसरा नंबर तुंगनाथ राठौर पिता झूरू राठौर निवासी ग्राम गोरसी के पट्टे की भूमि है तथा कई भूमि स्वामी बटांक के पट्टेदार भी है, इन सबके सहमती से वर्षो पूर्व भूमि संरक्षण नदी घाटी उप संभाग अनूपपुर द्वारा नदी बाढ़ उन्मूलन योजनान्तर्गत लगभग पचास लाख रूपये से बांध बनाया गया है जो जल भराव क्षेत्र है। उक्त बांध क्षेत्र में सिपाही लाल राठौर अपने पिता तुंगनाथ के नाम से मनरेगा अन्तर्गत लघु तालाब/खेत तालाब स्वीकृत कराकर शासकीय राशि का फायदा लेना चाहते हैं।
इनका कहना है-
मैं अभी ज्वाइन किया हूं, यह मामला मेरे पूर्व का है।
राजेश शर्मा, इंजीनियर
पंचायत वाले प्रस्ताव किये होगें, मैं जानकारी लेकर पुन: निरस्त करता हूं।
जीके मिश्रा
एसडीओ, जपं. जैतहरी
इस पूरे मामले में सचिव और रोजगार सहायक दोनों दोषी है, मैं तत्काल नोटिस जारी करता हूं और टीएस कैसे हो गया इसकी भी जानकारी लेता हूं।
ईमरान सिद्धकी
सीईओ, जपं. जैतहरी