जुनैद का जिलाबदर : OMG बना था पत्रकार,कलेक्टर ने खंगाला रिकॉर्ड तो16 साल पुराना मिला इतिहास

शहडोल कोतवाली पुलिस ने उठाया,जिले की सीमा से बाहर ले जाकर जुनैद को छोड़ा
शहडोल। पत्रकारिता का चोला ओढक़र चौथे स्तंभ को बदनाम करने वाले जुनैद उर्फ जुन्नू को पुलिस अधीक्षक शहडोल के द्वारा प्रेषित जिला बदर की कार्यवाही को कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने अपनी मोहर लगाते हुए शहडोल की पत्रकारिता पर लगे काले धब्बे को धोने की शुरूआत कर दी है। गौरतलब है कि जिले में प्रमुख समाचार पत्रों और न्यूज चैनलों के अलावा सैकड़ा भर से अधिक ऐसे लोग पत्रकारिता का चोले ओढ़े हुए हैं, जो जुन्नू के जैसे कभी आईपीएल का सट्टा खिलाते थे, तो कोई सूदखोरी का काम, तो कोई भू-माफिया और कबाड़ से लेकर वह काम करते थे, जो समाज में अच्छी नजरों से न तो देखा जाता है और न तो भारत का कानून इसकी इजाजत देता है, सोशल मीडिया और वॉटस-एप ग्रुप से लेकर फर्जी वेब पोर्टल, फर्जी ई-पेपर और फेसबुक से लेकर यू-ट्यूब में किसी भी नाम की आईडी बनाकर खुद को पत्रकार बताने वालों के खिलाफ शहडोल जिला प्रशासन की ओर से हुई इस कार्यवाही की तमाम पत्रकार संघों और प्रबुद्धजनों ने प्रशंसा की है।
25 अगस्त 2009 से शुरू हुआ अपराध का सफर
जुनैद उर्फ जुन्नू के संदर्भ में शहडोल जिला प्रशासन के द्वारा की गई कार्यवाही के रिकार्डाे पर नजर डाली जाये तो, उसके खिलाफ शहडोल कोतवाली में सबसे पहला मामला 2009 में दर्ज हुआ था, 2020 में तो शहडोल कोतवाली पुलिस ने उसके कब्जे से एक नग मोबाइल, सट्टा पर्ची और 6 लाख 55 हजार रूपये आईपीएल का सट्टा खिलाने के दौरान रंगे हाथों पकड़ा था, उसके फोटोग्राफ भी खींचे गये और अखबारों में भी उसकी काली करतूत उजागर हुई, लेकिन सोशल मीडिया की आंधी ने तथाकथित बदमाश को मीडिया का चोला पहनने की राह दिखा दी और उसके बाद तथाकथित जिला बदर जुन्नू पत्रकार संघ का प्रदेश पदाधिकारी बन गया, आईजी से लेकर एसपी तक के साथ भेंट वार्ता के फोटो वॉयरल होने लगे, थानेदार और संभ्रांतजनों से वसूली का सिलसिला भी चल निकला।
15 नवम्बर को किया था व्यवधान
15 नवम्बर को माननीय राज्यपाल व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के कार्यक्रम में तथाकथित पत्रकार अन्य साथियों के साथ संभ्रांत पत्रकारों के बीच में घुसकर कार्यक्रम में व्यवधान पैदा करने का कुत्सित कार्य किया। हालाकि यह भी बताया गया कि पत्रकार दीर्घा के जिस हिस्से में जुन्नू और उसकी कंपनी बैठी थी, उसमें शहडोल के चंद संभ्रांत और वरिष्ठ पत्रकार भी अंजाने में वहां पहले से बैठे थे, इस मामले में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने वीडियो ग्राफी से नाम तो चिन्हित किये हैं, लेकिन अब उनमें से जुन्नू जैसे जिन्नों को खंगाला जा रहा है, संभवत: यह माना जा रहा है कि जुन्नू की चौकड़ी के चार से आठ जिन्न अभी इस लाईन में अपनी पारी का इंतजार कर रहे हैं।