katni crime news:-जिले का कटनी बन रहा है गांजा का बड़ा हब: 3 साल में 2800 क्विंटल माल बरामद. 250 आरोपियों की गिरफ्तारी, तस्कर सड़क को छोड़ ट्रेन से गांजा की तस्करी करना अधिक मुफीद समझ रहे…. देखिए क्या कहा पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने ((पुलिस लगातार कार्रवाई कर तस्‍करों पर कस रही शिकंजा, गांजा तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए लगातार प्रयास जारी))

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katni crime news:-जिले का कटनी बन रहा है गांजा का बड़ा हब: 3 साल में 2800 क्विंटल माल बरामद. 250 आरोपियों की गिरफ्तारी, तस्कर सड़क को छोड़ ट्रेन से गांजा की तस्करी करना अधिक मुफीद समझ रहे…. देखिए क्या कहा पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने
((पुलिस लगातार कार्रवाई कर तस्‍करों पर कस रही शिकंजा, गांजा तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए लगातार प्रयास जारी))
कटनी।। कटनी जिले में ज्यादातर अवैध मादक पदार्थ गांजा और स्मैक से जुड़े मामले सामने आते हैं.लेकिन पुलिस की कार्रवाई के बाद भी अब नशे के सौदागर इस जगह को सबसे ज्यादा सुरक्षित मान रहे हैं। वैसे तो पुलिस ने कई छोटी-मोटी कार्रवाई की है. लेकिन कई ऐसे मामले हैं जिनमें पुलिस ने कार्रवाई में लाखों रुपए के हरे पत्तेदार युक्त मादक पदार्थ गांजा बरामद किए हैं. इसके अलावा किवंटलो गांजा भी पकड़ाया है. पुलिस ने तीन साल में मामलों में करीब 2800 क्विंटल से ज्यादा मात्रा मे गांजा से बरामद किया गया है। जिसकी कीमत 4 करोड़ 45 लाख 61 हजार 930 रूपए आंकी गई है। अलग- अलग थानों की पुलिस द्वारा गांजा, स्मैक और अफीम के पौधों को भी जब्त करते हुए इस अवैध गोरखधंधे में लिप्त ढाई सौ से ज्यादा आरोपियों को जेल की सलाखों के अंदर किया है। बता दें कि जिले सहित मध्यप्रदेश में गांजे की तस्करी बढ़ती जा रही है.कटनी सहित अन्य जिलों में गांजे की तस्करी व्यापक स्तर पर हो रही है. पुलिस भी लगातार कार्रवाई करती है लेकिन तस्कर अपने काम में लगे हैं. अब वें रोड छोड़ ट्रेन से गांजा तस्‍करी कर रहें है. झारखंड, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से बड़ी तादात में गांजा हर दिन कटनी पहुंच रहा है। ट्रेनों के माध्यमों से कतिपय लोग गांजा की खेप को कटनी के रास्ते आसपास के जिलों में पहुंचा रहे हैं।
जिले की पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने बताया कि लगातार जिले सहित अन्य जगहों “में नशे के कारोबार को अंकुश लगाने कार्रवाई की जाती रही है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लोगों को जानकारी दी गई कि वे मीडिया सहित अन्य माध्यमों से पुलिस को नशे के कारोबार से जुड़े सौदागर और व्यापार की जानकारी दें. ताकि आरोपियों को पकड़ सके.
पिछले साल के मुकाबले इस साल पुलिस को अवैध मादक पदार्थों की रोकथाम लगाने में अधिक सफलता मिली है। पिछले कई माह से रोड की बजाय ट्रेनें गांजा तस्‍करी का जरिया बनी हुई हैं जहाँ पुलिस ने तस्‍करों के पास से गांजा बरामद किया। बावजूद इसके ट्रेन के रास्ते लगातार हो रहे नशीले जहर गांजा का काला कारोबार बदस्तूर जारी है लेकिन कटनी जिले की पुलिस भी कम नहीं. गांजा तस्कर डाल डाल तो कटनी पुलिस पात-पात.पुलिस गांजा तस्करों की कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं, जिसमें पुलिस ने 11 नवंबर को माधव नगर पुलिस ने एक आरोपी को स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक एमपी 20 जेड एन 2888 सहित 4 किलों 942 किलों ग्राम गांजा के साथ पकड़ा. पकड़े गए गांजा की बाजार मूल्य 95,000 रूपये, 14 नवंबर को स्लीमनाबाद पुलिस ने 1 किलो 150 ग्राम गांजे के साथ एक आरोपी को पकड़ा कीमत लगभग 15,000,14 नवंबर को बरही पुलिस ने गांजे की खेती कर रहे एक आरोपी को पकड़ा आरोपी के पास से 400 ग्राम गांजा और 5 किलों 85 ग्राम के हरे पौधे जब्त किए पकड़े गए गांजा की कीमत 64,800 रुपए, 14 नवंबर को माधव नगर पुलिस ने 3 किलो 590 ग्राम गांजे के साथ आरोपी को पकड़ा गांजे की कीमत 65,000,14 नवंबर को बाकल पुलिस द्वारा 1 किलो 100 ग्राम गांजे के साथ आरोपी को पकड़ा गया कीमत 11,000,15 नवंबर को बड़वारा पुलिस द्वारा 2 किलोग्राम गांजे के साथ आरोपी को पकड़ा कीमत 30,000,16 नवंबर को ढीमरखेड़ा पुलिस द्वारा 1 किलो 250 ग्राम गांजा के साथ आरोपी को पकड़ा, 15 नवंबर को उमरियापान पुलिस ने 1 किलों 286 ग्राम गांजे के साथ आरोपी को पकड़ा कीमत 15,000, 17 नवंबर को कुठला पुलिस ने 2 किलो 143 ग्राम गांजे के साथ आरोपी को पकड़ा कीमत 30000, 27 नवंबर को कोतवाली पुलिस द्वारा दो महिलाओं के कब्जे से एक क्विंटल 20 किलोग्राम गांजा पकड़ा गया बाजार मूल्य 18 लाख रूपये वही 27 नवंबर को बरही पुलिस द्वारा खन्ना बंजारी रेलवे स्टेशन से दो महिलाओं के कब्जे से 72 किलों 540 ग्राम गांजा पकड़ा गया बाजार मूल्य 11 लाख रूपये सहित तस्करों को गिरफ्तार किया।

क्यों नहीं थम रही गांजे की तस्करी ?
जानकर बताते है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर से लगे पड़ोसी राज्य ओडिशा में अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी बहुतायत से की जाती है. गांजा तस्कर अक्सर ओडिशा से बस्तर के रास्ते मादक पदार्थ को अलग-अलग राज्यों तक पहुंचाते हैं. अधिक दाम मिलने की लालच में गांजा तस्करी का यह खेल लगातार जारी है. हालांकि, पुलिस लगातार तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. बावजूद इसके न ही गांजा तस्करी थम रही है और न ही गांजा तस्करो पर पूरी तरह लगाम लगाई जा सकी है।

 

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