कटनी बनेगा खनन निवेश का नया हब म.प्र. माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 आज से, प्रदेश को मिलेंगे नए निवेश प्रस्ताव – खनिज संपदा व उद्योग विकास में कटनी की भूमिका अहम

कटनी बनेगा खनन निवेश का नया हब
म.प्र. माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 आज से, प्रदेश को मिलेंगे नए निवेश प्रस्ताव – खनिज संपदा व उद्योग विकास में कटनी की भूमिका अहम
कटनी मध्यप्रदेश की खनिज राजधानी बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है। शनिवार से शुरू हो रहे माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 में देशभर के दिग्गज उद्योगपति और निवेशक जुटेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी वाला यह आयोजन न केवल प्रदेश की खनिज संपदा और निवेश संभावनाओं को सामने लाएगा बल्कि कटनी को खनन निवेश का नया गढ़ बनाने की दिशा में अहम पड़ाव साबित होगा।
कटनी।। (दिलीप शुक्ला) “गोलू”।। खनन संपदा से समृद्ध मध्यप्रदेश अब निवेश और औद्योगिक विकास का नया केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में आज शनिवार 23 अगस्त को कटनी में शुरू हो रहा मध्यप्रदेश माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 न केवल प्रदेश की खनिज संपदा और निवेश नीतियों को निवेशकों से साझा करेगा, बल्कि यह आयोजन कटनी को खनिज निवेश का उभरता हुआ हब भी बनाएगा।
पिछले वर्ष भोपाल में हुए माइनिंग कॉन्क्लेव 1.0 में 19,650 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे। उम्मीद की जा रही है कि कटनी में होने वाला यह दूसरा संस्करण उससे कहीं ज्यादा प्रभावशाली होगा और नए निवेश प्रस्तावों के साथ खनन क्षेत्र के लिए नए द्वार खोलेगा।
प्रदेश की खनिज ताकत – कॉन्क्लेव में प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र
खनिज संपदा के मामले में मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में गिना जाता है। राष्ट्रीय उत्पादन में राज्य का योगदान – 73% तांबा, 29% रॉक फॉस्फेट, 26% मैंगनीज, 9% चूना पत्थर, 8% कोयला और 3% बॉक्साइट है। कॉन्क्लेव स्थल पर लगाई जा रही प्रदर्शनी प्रदेश की इसी खनिज संपदा और औद्योगिक संभावनाओं को निवेशकों के सामने पेश करेगी। कॉन्क्लेव में 2 हजार से अधिक प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है, जिनमें खनिज उद्योग से जुड़े विशेषज्ञ, नीति-निर्माता और देश के प्रमुख औद्योगिक घराने शामिल हैं। कॉन्क्लेव में डायरेक्टर जनरल जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया राजेश जोशी, चीफ कंट्रोलर ऑफ माइन्स इंडियन ब्यूरो ऑफ माइन्स नागपुर पंकज कुलश्रेष्ठ, सीएमडी एचसीएल संजीव कुमार सिंह, डायरेक्टर (फाइनेंस) एमईसीएल सुरेन्द्र सिंह क्षत्रिय, जीएम बिजनेस डेवलपमेंट सीआईएल चंद्र शेखर सिंह, डायरेक्टर एसईसीएल बिलासपुर बिरांची दास, डिपार्टमेंट ऑफ अर्थ एंड एनवायरमेंट साइंसेस के प्रो. डॉ. प्रीतम नासपुरी एवं प्रो. डॉ. ए.के. तिवारी, टेक्समिन के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर एमडी दानिश और प्रोजेक्ट डायरेक्टर धीरज कुमार, आईबीएम नागपुर के चीफ ओर ड्रेसिंग ऑफिसर एंड डायरेक्टर दिलीप रंजन कानुगो, सीईओ आई-एनर्जी नीरज गुप्ता, डायरेक्टर एलीटेक अजीत चौधरी, एकेएस यूनिसर्विटी के प्रो. जी.के. प्रधान, एग्जीक्युटिव डायरेक्टर डेलोइट तुशार चक्रवर्ती, एग्जीक्युटिव डायरेक्टर एचसीएल नागेश शिनोय, एमडी रामनिक पॉवर एंड एलोयस हर्ष व्ही. त्रिवेदी एवं डायरेक्टर निष्क्षल के. त्रिवेदी, डायरेक्टर एमओआईएल एमएम अब्दुल्ला, ऑनर विनमीर रिसोर्सेस प्रा.लि. श्री गोविंद ए. शोरेवाला, डायरेक्टर सिंघाल बिजनेस प्रा.लि. राहुल अग्रवाल, डायरेक्टर लोहम एंड सीईओ चिदंबरम मदन, सीनियर मैनेजर (टेक्नीकल) आईआरईएल बी.एस. तलवार, चीफ स्ट्रेटजी एंड बिजनेस डेवलपमेंट अडानी सीमेंट भीमसी कचोट, एमडी माइनवेयर एडवाइजर्स प्रा.लि. कौशिक बोस, डायरेक्टर (माइनिंग एंड स्ट्रेटजिक प्रोजेक्ट) एरसेलोर मित्तल आलोक मेहता, डायरेक्टर महाकौशल रिफ्रैक्टरीज प्रा.लि. मयंक गुग्गली और सीईओ ऑरो नेचुरल रिसोर्सेस प्रा.लि. अफरोज खनिज कंपनियों, उद्योग प्रतिनिधियों और जैसे दिग्गज समूह इसमें अपनी भागीदारी दर्ज करा रहे हैं।
कटनी से निकलेगा खनन का नया रोडमैप
इस आयोजन में कोयला, चूना पत्थर, तेल व गैस सहित विभिन्न खनिजों की संभावनाओं पर चर्चा होगी। साथ ही खनन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीन लर्निंग और ऑटोमेशन जैसे आधुनिक तकनीकी प्रयोगों को भी केंद्र में रखा गया है। ऊर्जा सुरक्षा और वैकल्पिक स्रोतों (जैसे कोल गैस) पर विमर्श होगा।
एमओयू से मजबूत होगा खनन ढांचा
कॉन्क्लेव में कोल इंडिया लिमिटेड, म.प्र. राज्य खनिज निगम लिमिटेड, टैक्समिन और आईआईएसईआर भोपाल सहित कई संस्थानों के बीच एमओयू होंगे। इन समझौतों से प्रदेश के खनिज अन्वेषण को गति मिलने के साथ-साथ खनन क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास भी होगा।
कटनी की नई पहचान – खनन का निवेश गढ़
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खनन क्षेत्र न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करेगा, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि कटनी का यह आयोजन न केवल प्रदेश बल्कि देश के खनन क्षेत्र को नई दिशा देगा और आने वाले वर्षों में कटनी खनन निवेश का नया गढ़ बनेगा।