रेल हादसे का शिकार हुई लापता कविता
शिनाख्ती न होने पर पुलिस ने दफनाया
शहडोल। बीते शुक्रवार से लापता कविता पिता मोरन दास वाधवानी सतना जिले के मानिकपुर रेलवे स्टेशन में रेल
हादसे का शिकार हुई है, हालांकि लापता कविता की मृत अवस्था में शिनाख्ती न होने से मानिकपुर रेलवे स्टेशन के
करींब ग्राम जवा में स्थानीय पुलिस के देखरेख में दफना दिया गया है। उक्त घटना शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी
रात की बताई जा रही है, जिसके बाद शिनाख्ती का प्रयास किया गया, पर कविता की शिनाख्ती नहीं हो सकी ,जिसके
बाद उन्हें दफना दिया गया। जानकारी के बाद आज शुक्रवार को परिजन सतना जिले के मानिकपुर रेलवे स्टेशन
पहुंचे है, जहां पुलिस की मदद से दफनाई मृतिका को शासन की मदद से बाहर निकालकर अंतिम संस्कार के प्रयास
किये जायेंगे। इस मामले में सबसे बड़ा सवाल ये है कि मृतिका उमरिया रेलवे स्टेशन से किस गाड़ी से गई, मृतिका का
बच्चों जैसा बर्ताव रहा है, क्या किसी ने इसका फायदा तो नहीं उठाया, इसके अलावा बड़ा सवाल ये भी है कि इससे
पहले कभी वो ट्रैन या सडक़ मार्ग से मुख्यालय के बाहर नहीं गई, तो इस बार किन परिस्थितियों में मृतिका ट्रेन की
मदद से मुख्यालय से बाहर जाने तैयार हो गई।