केशवाही दोहरा हत्याकांड: दो सगे भाइयों की हत्या का गुनहगार आखिर सलाखों के पीछे, पुलिस की सूझबूझ और सटीक कार्रवाई से टूटा खामोशी का सन्नाटा
 शहडोल। ज़िले के चर्चित केशवाही दोहरा हत्याकांड में आखिरकार पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। लंबे सन्नाटे, टोह और तलाश के बीच, बुढ़ार थाना पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों  ऋतिक उर्फ भूरा यादव और ब्रावो उर्फ रोहित पनिका, दोनों निवासी रावल मार्केट, ओपीएम अमलाई  को गिरफ्तार कर लिया है।
शहडोल। ज़िले के चर्चित केशवाही दोहरा हत्याकांड में आखिरकार पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल कर ली है। लंबे सन्नाटे, टोह और तलाश के बीच, बुढ़ार थाना पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों  ऋतिक उर्फ भूरा यादव और ब्रावो उर्फ रोहित पनिका, दोनों निवासी रावल मार्केट, ओपीएम अमलाई  को गिरफ्तार कर लिया है।करीब दो हफ़्ते पहले बलबहरा गांव में हुई इस दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया था। दो सगे भाइयों की धारदार हथियारों से बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। कहा जा रहा है कि घटना पुराने विवाद का नतीजा थी, लेकिन जिस निर्ममता से दोनों को दुकान में ताबड़तोड़ वार किए गए, उसने हर किसी को झकझोर दिया था। दोनों भाइयों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि साथ में मौजूद एक भाई गंभीर रूप से घायल हुआ था।
घटना के बाद से ही गांव में तनाव और दहशत का माहौल था। पुलिस पर दबाव था, लेकिन शहडोल पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव की दिशा-निर्देशन में बनी विशेष टीम ने जो संयम और रणनीति दिखाई, उसने पूरे घटनाक्रम की दिशा ही बदल दी। कहा जा सकता है कि यह सिर्फ़ गिरफ्तारी नहीं, बल्कि पुलिस की धैर्य, तकनीकी जानकारी और नेटवर्किंग की अदृश्य ताकत का परिणाम है।
जानकारी के मुताबिक, टीआई के नेतृत्व में बनी टीम ने लगातार कई दिनों तक संभावित ठिकानों पर दबिश दी। सुराग अमलाई क्षेत्र तक जा पहुँचे, और वहीं से मंगलवार को दोनों आरोपी दबोचे गए। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया है।
स्थानीय सूत्र बताते हैं कि घटना के बाद पुलिस ने इलाके में चौकसी और गश्त को बढ़ा दिया था। कई टीमें दिन-रात मौके पर डटी रहीं। सूत्र यह भी बताते हैं कि एसपी रामजी श्रीवास्तव ने व्यक्तिगत रूप से मामले की मॉनिटरिंग की, और यह सुनिश्चित किया कि किसी भी स्तर पर ढिलाई न बरती जाए।
कहा जाता है कि कुछ कदम ऐसे होते हैं, जो बिना दिखे भी दिखाई दे जाते हैं  और इस कार्रवाई में शहडोल पुलिस की वही ‘अदृश्य मौजूदगी’ साफ़ महसूस की गई।
अब जबकि दो मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं, लोगों को उम्मीद है कि बाकी फरार आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तारी होगी और दोनों भाइयों के परिवार को न्याय की दिशा में ठोस कदम मिलेगा।
                    
               
        
	             
                                                                    
                                                                    
                                                                    
                                         
                                         
                                         
                                        