खजुराहो – धुबेला बस सेवा 21 से प्रारम्‍भ मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा निकटवर्ती गंतव्‍य स्‍थलों के प्रोत्‍साहन हेतु किया जा रहा बस का संचालन

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खजुराहो – धुबेला बस सेवा 21 से प्रारम्‍भ
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा निकटवर्ती गंतव्‍य स्‍थलों के प्रोत्‍साहन हेतु किया जा रहा बस का संचालन


खजुराहो॥ मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नवाचारों को क्रियान्वित करने में सदैव अग्रणी रहा है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश टूरिज्‍म बोर्ड द्वारा पर्यटकों की सुविधा तथा निकटवर्ती गंतव्‍य स्‍थलों के प्रोत्‍साहन हेतु खजुराहो नृत्‍य समारोह दिनांक 20 फरवरी से 26 फरवरी के दौरान खजुराहो से धुबेला संग्रहालय तक (21-26 फरवरी 2022) 6 दिवस हेतु न्‍युनतम शुल्‍क रूपये 100 मात्र पर बस सेवा का संचालन करने जा रहा है जिससे इस समारोह में आने वाले विभन्‍न राष्‍ट्रीय एवं अन्‍तर्राष्‍ट्रीय पर्यटक धुबेला संग्रहालय का भी भ्रमण कर सकें।
यह बस दिनांक 21 फरवरी 2022 से प्रतिदिन प्रात: सुबह 10:00 बजे मध्‍यप्रदेश पर्यटन के होटल झनकार से रवाना होगी तथा शाम 5:00 बजे समस्‍त पर्यटकों को होटल झनकार तक वापस छोडेगी।
खजुराहो से 60 किलोमीटर के फासले पर स्‍थित धुबेला जो महाराज छत्रसाल की राजधानी रही थी। महाराजा छत्रसाल की याद में धुबेला संग्रहालय का निर्माण सितंबर 1955 में किया गया था। यहां गुप्त और कल्चुरि काल की यादें भी देखने मिलती हैं। यहां बुंदेला राजाओं के वस्त्र और हथियार भी देखने मिलते हैं। पाश्र्वनाथ, ऋषभनाथ और नेमीनाथ की मूर्तियां भी यहां हैं। म्यूजियम में अलग-अलग आठ दीर्घाएं हैं। जिनमें म्यूजियम की ओपन गैलरी पर्यटकों के लिए सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र होती है। मध्य भारत के परम प्रतापी और शूर वीर यौद्धा महाराजा छत्रसाल के जीवन की कहानी के साथ उनके समय में करवाए गए ऐतिहासिक इमारतों जैसे, मस्मानी का महल, हृदयाशाह का महल, महोबा द्वार, शीतल गाढ़ी, रानी कमला पति की समाधी, बदल महल, महाराज छत्रसाल की समाधी, भले भाई की समाधी, महाबली तेली की समाधी, आदि कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है, इन पर्यटन स्‍थलों से पर्यटकों को रूबरू कराने तथा धुबेला के इतिहास से परिचय कराने हेतु मध्‍य प्रदेश टूरिज्‍म बोर्ड द्वारा यह पहल की गई है।

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