पर्यटन स्थल के रूप में कुढिया धाम रोहनिया का होंगा काया कल्प ,करीब 80 लाख रुपए की लागत से होगा विकास एवं विस्तार
पर्यटन स्थल के रूप में कुढिया धाम रोहनिया का होंगा काया कल्प ,करीब 80 लाख रुपए की लागत से होगा विकास एवं विस्तार
कटनी। जिले के बड़वारा विकासखंड में स्थित कुढिया धाम रोहनिया जल्द ही देश के नक्शे पर एक विकसित पर्यटन स्थल के रूप में नजर आएगा। यह सब संभव होने जा रहा है जिले के कलेक्टर अवि प्रसाद की पारखी नजर और जिला पर्यटन संवर्धन परिषद की विशेष पहल से। मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के द्वारा उक्त स्थल पर विकास कार्य कराए जाने को हरी झंडी देते हुए इसका ई टेंडर जारी किया गया है।
करीब 6 माह पूर्व कलेक्टर अचानक बड़वारा विकासखंड के भ्रमण दौरान ग्राम रोहनिया पहुंचे। जहां स्थित कुढिया धाम के शांत वातावरण में फैली प्रकृति की अमूल्य निधि प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन स्थल के रूप में प्रचुर संभावनाओं ने उन्हें खासा आकर्षित किया। साथ ही इसके पुरातात्विक महत्व ने भी उन्हें प्रभावित किया। कलेक्टर की विशेष पहल पर प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड भोपाल को पत्र भी लिखा गया। साथ ही विगत माह हुई जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद जिला पर्यटन संवर्धन परिषद की बैठक में गहन विचार विमर्श कर कुढिया धाम रोहनिया के सौंदर्यीकरण के लिए कार्ययोजना तैयार कर आवश्यक विभागीय स्वीकृति प्राप्त की गई।
79.92 लाख की लागत से लिखी जाएगी विकास की नई इबारत
ग्राम रोहनिया अंतर्गत कुढिया धाम में प्राचीन प्राकृतिक कुंड, प्राचीन गुफाएं और झरने जैसे कई दार्शनिक स्थल हैं। साथ ही इस स्थल के प्रति क्षेत्रवासियों में खासी रुचि और आस्था है। इस क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव भी पारित किया गया था। इस क्षेत्र का सौंदर्यीकरण कर इसे जिले के एक अच्छे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने जिला पर्यटन संवर्धन परिषद द्वारा पहल कर एक विस्तृत कार्ययोजना बनाई गई। जिसे प्रबंध संचालक मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड को भेजा गया जहां से राज्य पर्यटन बोर्ड द्वारा इसे स्वीकृति और सहमति प्रदान की गई। मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड द्वारा यहां विकास कार्य संपादित कराने के लिए निविदा आमंत्रित की गई है। गौरतलब है कि कुढिया धाम रोहनिया की 0.75 हेक्टयर शासकीय जमीन में 79.92 लाख की लागत से घाट एवम् सीढ़ी निर्माण, दिवस बसेरा, कंपाउंड वॉल, चैनलिंग फेंसिंग, गाजिबो सहित अन्य निर्माण कार्य किए जायेंगे। दतला नदी के किनारे स्थित कुढिया धाम प्राकृतिक स्थल में मकर संक्रांति के अवसर पर एक माह तक मेले का आयोजन किया जाता है। यहां पर पिंडदान, मुंडन, तर्पण, स्नान आदि के लिए स्थानीय और आसपास के क्षेत्र के लोगों का तांता लगा रहता है।