सम्मेद शिखर जी की पहली वन्दना करेंगे कुलरत्न भूषण महाराज
सम्मेद शिखर जी की पहली वन्दना करेंगे कुलरत्न भूषण महाराज
कटनी। कर्नाटक केसरी संस्कार शिरोमणि आचार्यरत्न श्री 108 कुलरत्न भूषण जी महाराज आगामी 27 मार्च को जैन तीर्थ सम्मेद शिखर जी की पहली वन्दना करेंगे। राकेश जैन ने बताया कि कटनी में आचार्य श्री का चौमासा हुआ, जिसमें उनके सानिध्य में पहली बार श्रावकों के उपनयन संस्कार, श्राविकाओं के अष्टमूल संस्कार, पिच्छिका परिवर्तन, संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज का 50वां आचार्य पदारोहण के स्वर्णिम अवसर पर जारी डाक टिकट का कार्यक्रम कुलरत्न जी के सानिध्य में हुआ। भगवान जी की पालकी यात्रा, जेल में कैदियों को अहिंसा मार्ग पर चलने का संदेश प्रवचन में दिया। ग्राम पहाङी में अनेकों कार्यक्रम आयोजित हुए। बहोरीबंद में शान्तिनाथ भगवान का वार्षिक मस्तका अभिषेक, वृक्षारोपण आदि कार्यक्रम कराये। आचार्य श्री जी को जड़ी बूटियों, आयुर्वेद की दवाओं से बीमारियों का इलाज कर हजारों लोगों का कल्याण किया। उसके बाद दमोह जिले के कुंडलपुर जैन तीर्थ क्षेत्र में भगवान आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के सानिध्य में सदी का सबसे बड़ा इतिहासिक पंच कल्याणक, बड़े बाबा का मस्तकाभिषेक कार्यक्रम में शामिल हुए, उसके बाद कटनी से सम्मेद शिखर जी के लिये विहार कर 800 किलोमीटर की यात्रा मात्र 15 दिन में पहुंच कर इतिहास बना दिया, जहां पर विराजमान मुनि श्रो 108 प्रमाण सागर से उनका अनोख मिलन हुआ। आचार्य श्री ने संकल्प लिया था कि 27 मार्च को सम्मेद शिखर जी की पहली वन्दना करेंगे। जिसमे शामिल होने के लिए कटनी सहित कर्नाटक महाराष्ट्र से हजारों भक्त जनों के पहुंचने की संभावना है। राकेश जैन, आराधना जैन 25 मार्च को शिखर जी के लिए रवाना होंगे।