रेलवे स्टेशन पर लेबर से मारपीट, आरपीएफ की लापरवाही पर उठे सवाल
सुधीर यादव (9407070722)
शहडोल। शहडोल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 01 पर स्थित गार्ड लॉबी के सामने 26 सितंबर 2025 की मध्यरात्रि एक विवाद हो गया। जानकारी के अनुसार रात 12 से 2 बजे के बीच एक गरीब लेबर के साथ एक ऑटो वाहन चालक ने गाली-गलौज करते हुए उसकी गर्दन दबाकर जान से मारने की कोशिश की। स्टेशन परिसर में हो रही इस घटना के दौरान न तो आरपीएफ और न ही जीआरपी का कोई जवान मौके पर दिखाई दिया, जिससे वहां मौजूद यात्रियों में दहशत का माहौल पैदा हो गया।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब रेलवे पुलिस द्वारा आम तौर पर ऑटो चालकों को स्टेशन परिसर के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं होती, तो आरोपी ऑटो चालक बिना रोक-टोक प्लेटफार्म क्षेत्र तक कैसे पहुंच गया? क्या ड्यूटी पर तैनात जवान मौजूद नहीं थे या फिर प्रवेश के समय उसे रोका ही नहीं गया? यदि उस समय कोई गंभीर घटना घट जाती तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेता?
बताया जा रहा है कि अगले दिन 27 सितंबर 2025 को आरपीएफ ने आरोपी ऑटो चालक को थाने में बैठाया जरूर, लेकिन मात्र एक घंटे बाद उसे छोड़ भी दिया। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं मामले में आंतरिक “सेटिंग” तो नहीं हो गई। चर्चाएं हैं कि आरोपी कल्याणपुर क्षेत्र का निवासी है जिसका नाम गोपाल गुप्ता बताया जा रहा है । और शायद स्थानीय स्तर पर पैसे या पावर के दम पर उसे राहत मिल गई।
रेलवे स्टेशन जैसी सुरक्षा-संवेदनशील जगह पर हुई इस घटना ने आरपीएफ की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं। यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा अगर इस तरह खतरे में रही, तो किसी दिन बड़ी वारदात होना तय है। जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में कड़ी कार्रवाई करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हो।