LAC पर तैनात भारतीय जवानों को खास प्रोटेक्टिव गियर्स से किया जा रहा लैस
नई दिल्ली। प्रोटेक्टर्स के 500 सेट की पहली खेप लेह लाया गया LAC पर तैनात जवानों को कराया जाएगा उपलब्ध
गलवान घाटी में 15 जून को चीनी सेना (PLA) के साथ हिंसक टकराव के बाद भारतीय सेना की उत्तरी कमान ने अपने सैनिकों को हल्के वजन वाले प्रोटेक्टिव गियर्स से लैस करना शुरू कर दिया है. गलवान घाटी में टकराव में 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे. चीनी सैनिकों ने पूरी तैयारी से कंटीले तार जड़े डंडों, पत्थरों से हमला किया था. चीन की इस हिमाकत के बाद भारतीय सैनिकों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया.
भारतीय सैनिकों के लिए एंटी-रॉयट बॉडी प्रोटेक्टर्स में पैडेड पॉली कार्बोनेट हैं. यह पहनने वालों को नुकीली वस्तुओं और पत्थरों के वार से सुरक्षा प्रदान करता है. फुल-बॉडी प्रोटेक्टर्स के 500 सेट की पहली खेप को मुंबई स्थित सप्लायर से लेह ले जाया गया. वहां इन्हें LAC पर तैनात जवानों को उपलब्ध कराया जाएगा.
एक वरिष्ठ सैन्य विश्लेषक ने सैनिकों को दंगा नियंत्रण किट से लैस किए जाने को लेकर चिंता जाहिर की है. इस विश्लेषक ने अपना नाम नहीं खोलने की शर्त पर कहा कि इसका मतलब है कि एक सैनिक के माइंडसेट को पुलिसकर्मी वाले माइंडसेट में बदलना.
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सेना की योजना LAC के साथ तैनात अपने सैनिकों को कांटेदार डडों से लैस करने की भी है. सेना के एक अधिकारी ने कहा कि हम अगली बार हैरान नहीं होंगे.
भारतीय सैनिकों को पिछले महीने भी हैरानी हुई थी जब PLA सैनिकों ने पैंगोंग झील के किनारे झड़पों में कंटीले तारों से लिपटे डंडों का इस्तेमाल किया था. तब कुछ भारतीय सैनिक घायल हुए थे.