भक्तों को दर्शन देने रथ मे सवार होकर निकले भगवान जगन्नाथ सहित बलभद्र व सुभद्रा जी जगह-जगह प्रभु जगन्नाथ स्वामी जी का किया गया स्वागत, लोगों ने दर्शन कर लिया धार्मिक लाभ

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भक्तों को दर्शन देने रथ मे सवार होकर निकले भगवान जगन्नाथ सहित बलभद्र व सुभद्रा जी

जगह-जगह प्रभु जगन्नाथ स्वामी जी का किया गया स्वागत, लोगों ने दर्शन कर लिया धार्मिक
लाभ

कटनी ॥ Lord Jagannath Rath Yatra in katni कटनी में भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा हर्षोल्लास के साथ निकाली गई। यात्रा का शुभारंभ भगवान जगन्नाथ मंदिर प्रांगण जगन्नाथ चौक से हुआ। इस दौरान पूर्ण सुसज्जित लकड़ी से तैयार रथ में भगवान जगन्नाथ के साथ भाई बलदेव व बहन सुभद्रा विराजमान होकर निकले।आषाढ़ मास में शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को परंपरागत रूप से भव्य जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जाती है।
जगन्नाथ रथ यात्रा शहर के जगन्नाथ मंदिर से शुरू होकर शेर चौक , आजाद चौक , राधा कृष्ण मंदिर , रघुनाथगंज , झंडा बाजार , सराफा बाजार , सुभाष चौक होते हुए दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर पहुंची जहॉ पर मंदिर के पुजारी आनंद महाराज के द्वारा भगवान जगन्नाथ स्वामी जी की पूजा अर्चना कर महाआरती कर कटनी नगर की जनता के लिए खुशहाली और समृध्दि की कामना की गई जिसके बाद रथ यात्रा का जगह जगह स्वागत किया गया देर रात यात्रा सब्जी मंडी स्थित राम जानकी मंदिर पहुंची । रथ में रामदरबार के साथ मीठे चावल का प्रसाद वितरण किया गया। एक जुलाई दिन शुक्रवार को रथ यात्रा का शुभारंभ हुआ जो 11 जुलाई को महाभंडारे प्रसाद के साथ समापन होगा रथ यात्रा में विशेष आकर्षण का केंद्र भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलदेव व बहन सुभद्रा के साथ जीवंत झांकिया रही जगन्नाथ रथ यात्रा में ताशे व नपीरी के साथ भजन मंडली भी शामिल होकर आगे चल रही थीं। शाम 5:00 बजे जगन्नाथ मंदिर से रथ यात्रा का शुभारंभ किया गया। शहर में भ्रमण करते हुए यात्रा का समापन रात्रि लगभग 12:00 बजे हुआ। हर्षोल्लास के साथ यात्रा में हर्षोल्लास के साथ काफी संख्या में श्रद्धालुगण शामिल रहे। रथयात्रा के मद्देनजर सुरक्षा, सफाई व प्रकाश व्यवस्था की गई थी। यात्रा में पुलिस अधिकारियों सहित कोतवाली, माधवनगर, कुठला व एनकेजे थाने का बल मौजूद रहा।

जगह-जगह स्वागत

रथ यात्रा शुरू होते ही पूजन के लिए होड़ मची। जगह-जगह लोगाें ने भगवान की सुंदर आरती उतारकर महाआरती की। एक से बढ़कर एक भगवान को भोग अर्पित किए। इस दौरान सामाजिक संगठनों, व्यापारियों ने रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया। रथ यात्रा में शामिल लोगों के लिए जलपान आदि की व्यवस्था की। रथ यात्रा में कौमी एकता की भी मिसाल दिखी। सभी धर्मों के लोग सरीख हुए। रथ यात्रा में भोग में भात का वितरण हुआ। रथयात्रा के पीछे देवी-देवताओं का स्वरूप लिए बच्चे और बड़े विराजे हुए थे। बैंड की धुन पर श्रद्धालु नृत्य करते चल रहे थे। रथयात्रा में जीवंत झांकियां आकषर्ण का केंद्र रहीं। वहीं राधा-कृष्ण व गोपियाें के नृत्य ने लोगाें का मन मोहा। अखाड़ों का हैरतअंगेज कर्तब देखकर लोग हतप्रभ रह गए। कई जगहों पर लोगों ने पुष्पवर्षा के साथ आरती भी उतारी।

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