शिवगिरी आश्रम के ब्रम्हलीन संत सूरजगिरी के छोटे शिष्य बने महंत ।
गिरीश राठौड़
षोडशी पूजन बाद संतो ने रमेश गिरी जी को ओढ़ाई चादर
अमरकंटक / शिवगिरी आश्रम पर13 मई सोमवार को ब्रम्हलीन सूरज गिरी जी के षोडशी पूजन पश्चात उनके छोटे शिष्य संत रमेश गिरी जी को संतगणों ने सर्व सम्मति होकर चादर ओढ़ाई गई । गुरु जी के ब्रम्हलीन होने के बाद उनके छोटे शिष्य रमेश गिरी आश्रम के महंती पद में आशीन हुए ।अमरकंटक धाम के परम तपस्वी , सिद्ध साधक श्री पंच दस नाम जूना अखाड़ा तेरह मढ़ी के कलकतिया परिवार के श्री विभूषित स्वामी सूरज गिरी जी महाराज 28 अप्रैल 2024 को ब्रम्हलीन हो जाने के बाद आज वैशाख शुक्ल षष्ठी 13 मई 2024 को संत समागम बीच षोडशी का पूजन पश्चात संतो द्वारा मंत्रोचार के मध्य सभी ने एक साथ चादर ओढ़ाई
और उन्हें इस आश्रम का महंत घोषित कर उपस्थित सभी संतगणो ने शुभाशीष दिए उसके बाद संत पूजन कर भोजन प्रसादी दे भेंट दिया गया । इसके बाद का भंडारा गीता स्वाध्याय आश्रम में संत , महंत और भक्तगणों ने षोडशी का प्रसाद ग्रहण किए । आज के इस षोडशी , मंहतयी पूजन में श्री महंत कृष्णानंद गिरी जी महाराज(चाचा गुरु) , संत श्री अन्नपूर्णानंद गिरी जी महाराज (बड़े गुरुभाई) ,
स्वामी विवेक गिरी जी महाराज (थानापति) , संत बजरंग गिरी महाराज, संत ओंकार गिरी जी महाराज , स्वामी नर्मदा नंद जी महाराज , हनुमान दास जी महाराज , बाबा लवलीन महाराज जी , स्वामी महेश चैतन्य जी महाराज , रेवा शंकर पुरी जी , ब्रम्हागिरी जी , सुदर्शन गिरी , वर्खा पुरी जी , योगेश गिरी जी , विजयानंद जी , कैलाश भारती जी , नरेंद्र गिरी जी महाराज , पत्रकार आदि संत , पंडित , भक्तगण सभी सम्मिलित हुए ।