ऐसे प्रकरण जो समझौता योग्य हों उनका चिन्हांकन कर निराकृत के लिए करें समुचित प्रयास

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                       प्रधान जिला न्यायाधीश के अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक

उमरिया। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं म.प्र. राज्य विधिक सेवा जबलपुर के निर्देशानुसार 13 मई को जिला
न्यायालय परिसर में आयोजित होने वाली नेषनल लोक अदालत के पूर्व प्रधान जिला न्यायाधीष महेन्द्र सिंह तोमर
की अध्यक्षता में विगत 29 अप्रैल को प्रधान जिला न्यायाधीश के कांन्फ्ररेन्स हॉल में समस्त न्यायिक अधिकारी की
बैठक संपन्न हुई।
बैठक में आगामी नेषनल लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण के संबंध में चर्चा की गई। चर्चा के
दौरान प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीष महेन्द्र सिंह तौमर द्वारा समस्त न्यायिक अधिकारियों की उपस्थिति में
एनआईएक्ट के प्रकरण, आपराधिक प्रकरण, सिविल प्रकरण तथा मोटर यान क्षतिपूर्ति दावा प्रकरण को चिन्हित
करते हुये अधिक से अधिक नोटिस जारी करने एवं प्रीसिटिंग आयोजित किये जाने के लिए संबंधित निर्देश दिये गये।
माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीष ने कहा कि अधिवक्ताओं के सहयोग से ही लोक अदालत को सफल बनाया
जा सकता है। उन्होने कहा कि ऐसे सभी प्रकरण जिनमें समझौता होने की संभावना है उन्हें चिन्हित कर लोक
अदालत के समक्ष रखते हुये अधिक से अधिक प्रकरणों को समझौते के माध्यम से निराकृत करने का प्रयास करें।
बैठक के दौरान प्रधान न्यायाधीश अवधेश कुमार गुप्ता, प्रथम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश आर.एस. कनौजिया,
तृतीय जिला एवं अपर न्यायाधीष रामसहारे राज, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उमरिया संगीता पटेल, मुख्य
न्यायिक मजिस्टे्रट आर.पी. अहिरवार, द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड धर्मेन्द्र खण्डायत, प्रथम व्यवहार
न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड खालिदा तनवीर, तृतीय व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड अमृता मिश्रा के अतिरिक्त
बाह्य न्यायालय बीरसिंहपुर पाली एवं मानपुर के न्यायाधीश गण व्ही.सी. के माध्यम से उपस्थित रहे।

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