पंडित एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय में दीक्षारंभ को लेकर हुई बैठक

आशीष कचरे 9406677672
शहडोल। पंडित एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय दीक्षारंभ को लेकर कुलपति ने सभी विभागाध्यक्षों की बड़ी बैठक ली।
कुलपति के मार्गदर्शन में पंडित एस.एन. शुक्ला विश्वविद्यालय के सभागार में दीक्षारंभ को लेकर सभी विभागाध्यक्ष
की बड़ी बैठक बुलाई गई थी, जिसमें विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष उपास्थित थे। बैठक का
प्रारंभ प्रोफेसर प्रमोद पांडे ने अपने उद्बोधन के साथ किया और उन्होंने नवीन सत्र में होने वाली प्रवेश प्रक्रिया तथा
यूजीसी के आधार पर नई शिक्षा नीति में गुणवत्ता लाने के लिए पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा सभी विभागाध्यक्ष एवं
प्राध्यापकों को मार्गदर्शित किया।
बैठक में कुलपति प्रोफ़ेसर राम शंकर अपनी विचारों को रखते हुए कहा कि छात्र जब 12वीं पास कर नवीन माहौल में
शिक्षा ग्रहण करने के लिए महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में आता है तो उसके मन में कई ऐसे विचार और
उनकी उथल-पुथल चलती रहती है, जिससे वह अपने आप को अनुकूलित नहीं पाता अत: यह समय छात्र जीवन के
लिए सीखने और आगे बढऩे के संकल्प लेने का होता है। इस संकल्प में शिक्षकों की महनीय और गंभीर दायित्व के
साथ जिम्मेदारी प्रारम्भ होती है जिसे पूरे मनोयोग से करना जरूरी है अत: हम सबको इसे नैतिक जिम्मेदारी
समझकर पालन करना अनिवार्य है। प्रत्येक छात्रों के ग्रुप बनाकर उसमें एक मेंटर्स-टीचर्स की तरह हमें अपनी भूमिका
का निर्वाह करना है। दीक्षारंभ के समय दीक्षारंभ -उत्सव के रूप में इसे मनाना है जिसमें प्रत्येक छात्रों को पठन-पाठन
विश्वविद्यालय की सुविधाओं से अवगत करा कर उन्हें जीवन में आगे बढऩे के मंत्र के साथ प्रेरित करना है।
पाठ्यक्रमों की जानकारी देते हुए उनके महत्व को उन्हें समझाना, गुणवत्ता युक्त शिक्षा को संचालित करना अत्यंत
आवश्यक है, जिससे छात्र का, विश्वविद्यालय परिवार का और शहडोल-संभाग का नाम रोशन हो सके।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. आशीष तिवारी ने बैठक में पाठ्यक्रम फीस और प्रवेश परीक्षा से संबंधित कई
निर्देश दिए। शिक्षा और गुणवत्ता को लेकर प्रोफेसर प्रवीण शर्मा और प्रोफ़ेसर के कुमार ने बताया की गुणवत्ता से
संबंधित कौन-कौन से कार्य विश्वविद्यालय को आवश्यक रूप से करने हैं और इसमें सभी का यथा सहयोग अपेक्षित
है। प्रोफेसर विक्रम सिंह बघेल ने विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम रिसर्च और पी- एचडी से संबंधित कई विषयों पर चर्चा की
और उन्हें समय पर पूरा करने के लिए प्रेरित किया।
विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापकों से कुलपति राम शंकर ने सुझाव मांगे कि इस दीक्षारंभ उत्सव को किस तरह
किया जा सकता है और इसे रोचक गतिविधियों के साथ छात्र को प्रभावी रूप से नवाचार में कैंपस कल्चर से जोड़ा जा
सकता है इसमें मुख्य रूप से कई प्राध्यापकों सुझाव और विचार आए जिनका स्वागत किया गया। बैठक में परीक्षा
नियंत्रक प्रोफ़ेसर एमके भटनागर ने परीक्षा से संबंधित तथा केंद्रीय मूल्यांकन से संबंधित कई दिशा निर्देश दिए।
बैठक का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के मूल -धारा से जोडऩा और नवाचार युक्त एक कैंपस की संरचना करना
जिसमें छात्र एक आनंद की अनुभूति करें और पढ़ाई को सरल माध्यम से उनके तक पहुंचाया जा सके।