खदानों का पानी खेतों तक पहुंचाने विधायक श्री पाठक ने विधानसभा में प्रस्तुत की याचिका
खदानों का पानी खेतों तक पहुंचाने विधायक श्री पाठक ने विधानसभा में प्रस्तुत की याचिका
कटनी – विजराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत औद्योगिक नगर कैमोर सहित बड़ारी, अमेहटा, जमुआनी, भटुरा, हर्रैया आदि ग्रामों में एसीसी एवं अन्य खनिज उद्योगपतियों की दर्जनों ऐसी खदानें हैं, जिनमें लाखों क्यूसेक पानी उपलब्ध है। इनमें से अधिकांश खदानों में उत्खनन कार्य बंद हो चुका है, कुछ में बारिश के बाद उत्खनन शुरू करने से पहले मोटर लगाकर पानी बाहर फेंका जाता है। इस जल के सार्थक उपयोग को लेकर क्षेत्रीय विधायक संजय सत्येन्द्र पाठक ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष एक याचिका प्रस्तुत की है। जिसमें आग्रह किया गया है कि एसीसी की कैमोर एवं आसपास स्थित खदानों का पानी खेतों तक पहुंचाने सिंचाई योजना को स्वीकृति प्रदान की जाए। खदानों का पानी लिफ्ट करके पक्की नहरों के माध्यम से खेतों तक पहुंचाया जाए। विधायक श्री पाठक की इस याचिका को यदि स्वीकृति प्राप्त होती है, तो यह विजयराघवगढ़ क्षेत्र के किसानों के लिए एक बडी सौगात होगी।
एसीसी की जीटी माइंस में उपलब्ध है लाखों क्यूसेक पानी
पूरे कैमोर क्षेत्र में एसीसी की जीटी माइंस सबसे बड़ी है। कई हैक्टेयर क्षेत्र में फैली इस खदान में उत्खनन कार्य कई सालों से बंद है। वर्तमान में इस खदान के पानी का उपयोग एसीसी कॉलोनी में जलापूर्ति सहित उद्योग में भी किया जा रहा। यदि इस खदान से नहर का निर्माण किया जाए तो आसपास के दर्जनों ग्रामों के किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ मिल सकता है। जीटी माइंस से लगी हुई एसीसी की ही दो अन्य खदानें भी हैं जिनमें भी उत्खनन कार्य बंद है। इन खदानों के पानी का फिलहाल कोई भी सार्थक उपयोग नहीं हो रहा।
अन्य खदानों से भी लिया जा सकता है पानी
कैमोर के अलावा बड़ारी, अमहटा में भी एसीसी की खदानें हैं जिनमें पानी भरा हुआ है। बड़ारी के खसरा नं. 64 में स्थित लगभग 2 हेक्टेयर की खदान है, जिसमें पानी थोड़ा कम है पर यहीं की जीएलडी और सडरसन की खदानों में पर्याप्त पानी है। अभी इन खदानों का पानी छोटे रूप में बड़ारी और कलहरा के समीपवर्ती किसानों तक पहुंचाया जा रहा। अमेहटा की लालाजी केसी एंड संस और रवि ग्रोवर की खदानें बंद हैं, जिनमें हजारों क्यूसेक पानी संग्रहित है। इन सभी खदानों से भी लिफ्ट इरीगेशन के तहत नहरों का निर्माण कर पानी किसानों तक पहुंचाया जा सकता है।
आधा सैकड़ा से भी अधिक ग्रामों को मिलेगा लाभ
विधायक संजय सत्येन्द्र पाठक द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत की गई याचिका में बताया गया है कि अगर कैमोर स्थित एसीसी की बंद एवं चालू खदानों के पानी को सिंचाई उद्वहन योजना के तहत नहरों के माध्यम से खेतों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई, तो इससे आसपास के आधा सैकड़ा से भी अधिक ग्रामों के हजारों किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ मिलेगा। जिससे क्षेत्र में कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी। क्षेत्र में खदानों के कारण जलस्तर काफी नीचे चला गया है। जिसके कारण किसानों को निजी बोर कराने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यदि खदानों का पानी खेतों तक पहुंचने लगेगा, तो इससे बोर खनन की संख्या में कमी आएगी और भू-गर्भ स्थित जल को भी संरक्षित रखा जा सकेगा।