150 से अधिक फर्जी खाते, 50 करोड़ को पार करता लेनदेन, अंतरराज्यीय सायबर ठगी नेटवर्क का भंडाफोड़

फर्जी खाते खोलने वाले रैकेट का खुलासा
शहडोल। 16 अप्रैल को कैफे संचालक हिरेन्द्र विश्वकर्मा पिता एवं उसका पार्टनर अभिषेक पनिका थाना बुढार मे उपस्थित आकर रिपोर्ट किया कि दो व्यक्ति आदित्य मिश्रा एवं ऋषि चौधरी दुकान मे गूगल पे का एजेंट बताकर स्कैनर लगाने का बोलकर उसके फिंगर प्रिंट एवं आधार कार्ड एवं पेन कार्ड की फोटो खींचकर ले गये और उसके बाद नही आयेए तब संदेह हुआ थो आनलाईन कियोस्क मे जाकर फिंगर प्रिंट के माध्यम से चेक किये तो मालूम चला कि छैक्स् आनलाईन पेमेंट बैंक एवं फीनो बैंक मे हम दोनो का खाता खुला है। जिसपर सायवर फ्राड हो जाने के अंदेशा पर थाना बुढार मे रिपोर्ट करने आये जिस पर थाना बुढार मे धारा 318(4), 319, 336(3), 340 (2) बीएनएस एवं 66 (सी), 66 (डी) आईटी का कायम कर विवेचना मे लिया गया। विवेचना के दौरान 17 अप्रैल को आरोपी आदित्य मिश्रा को गिरफ्तार कर पूछताछ की गयी तो मालूम चला कि टेलीग्राम के माध्यम से कुछ अंजान लोगो के संपर्क मे आया जिनके द्वारा टेलीग्राम मे बैंक खातों की मांग की गयी, जिसके बदले मे प्रत्येक खाते का दो से दस हजार रुपये तक देने को बोला गया। इस तरह लालच मे आकर आदित्य मिश्रा मे गांव के भोले भाले लोगो को बायोमैट्रिक मशीन मे अंगूठा लगाने पर पैसे देने का लालच देकर उनके आधार कार्ड एवं पैन कार्ड की फोटो लेकर बायोमैट्रिक फिंगर प्रिंट मशीन मे फिंगर प्रिंट लगाकर उनके बिना जानकारी व अनुमति के विभिन्न आनलाईन पैमेंट बैंक जैसे छैक्स् पेमेंट बैंकए फिनो बैंक मे खाते खोले गएए और मोबाइल नंबर टेलीग्राम से जुडे व्यक्ति विभिन्न युजर आईडी अथवा मोबाईल नंबर के नाम पर थे द्वारा दिये गये मोबाइल नंबर जोड दिये जाते थेए ताकि उक्त खातों का संचालन फ्राडस्टर कर सकें ।
दूसरे आरोपी ऋषि चौधरी को 27 अप्रैल को गिरफ्तार और पुलिस रिमांड लिया गयाए उसके द्वारा बताया गया कि जो भी खाते इस तरह के खोलते थे वे सभी खाते चंदन पडित उर्फ दीपक निवासी बरगंवा थाना चचाई जिला अनूपपुर को देता था, उसी के बताये अनुसार मोबाइल नंबर जोडता था, इसके द्वारा करीबन सौ से डेढ सौ खाते विभिन्न बैंको एवं आन लाईन पेमेंट बैंको मे खोले गये थे।
चंदन पंडित उर्फ दीपक की गिरफ्तारी कर पुलिस रिमांड में पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि ऋषि चौधरी एवं रोहित चौधरी के माध्यम से ऐसे खाते प्राप्त करता था, जो कि इन सभी खातो को मोबाइल नंबर के टेलीग्राम आईडी के माध्यम से जानकारी भेज चुका है। ऋषि के माध्यम से बैंक कर्मचारियों के साथ मिलकर पूर्व से एक्टिवेटेड सिम एजेंट से प्राप्त कर कोटक महेन्द्रा बैंक एवं एक्सिस बैंक में खाते खुलवाए गये । विवेचना में पाया गया कि एक्सिस बैंक के असिस्टेंट मैनेजर विकास साहू फर्जी एकाउंट खोलवाने में मदद करता था एवं बैंकिंग सिस्टम का दुरुपयोग कर रैकेट को सुविधा प्रदाय करता था जिस पर आरोपी विकास साहू को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया ।
इस तरह अब तक की विवेचना मे उक्त रैकेट द्वारा गांव के भोले भाले या भोले भाले व्यवसायियो को पैसो का लालच देकर अथवा स्कैनर लगाने के नाम अथवा मर्चेंट आईडी बनाने के नाम पर खाते खोल कर ऑनलाईन ठगो को दिये गये जो कि अब तक शहडोल पुलिस द्वारा ऐसे सैकडों म्यूल एकाउंट पेमेंट बैंक, फिनो बैंक, कोटक महेन्द्रा बैंक, एक्सिस बैंक, एयरटेल पेमेंट बैंक, इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक मे उक्त आरोपियों द्वारा खोले गये हैं, जिनमे से अब तक विवेचना के दौरान शहडोल पुलिस द्वारा 160 म्यूल एकाउंट को फ्रीज कराया जा चुका है, जो कि अभी लगातार ऐसे म्यूल एकाउंट फ्रीज कराये जा रहे हैं। जिससे ऐसे सायवर अपराधी उक्त म्यूल एकाउंट का उपयोग सायवर अपराध मे न कर सकें। इस तरह उक्त गिरोह से पूछताछ के आधार पर राष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ है । पुलिस के जांच में सामने आया है कि देश के कई अन्य शहरो से भी इन फर्जी एकाउंट में ठगी का रकम ट्रांसफर हुई है यहा तक कि कई खातो में माता एवं पिता का नाम समान है एवं अधिकांश ट्रांजेक्शन के माध्यम से अथवा कैस में निकाले गये है जिसकी एकाउंट होल्डर को आज तक कोई भनक तक नही थी, अधिकांश खातो में 10 लाख से ऊपर का ट्रांजेक्शन हुआ है कई खातो में तो 50 लाख से ऊपर तक का ट्रांजेक्शन हुआ है । कई राज्यो कि पुलिस एवं एनसीआपी पोर्टल से संपर्क करने पर पता चला कि उक्त खातो में डिजिटल ऑरेस्ट एवं सायबर ठगी के पैसे इन खातो में आये है । प्रकरण संगठित अपराध का पाये जाने से प्रकरण मे धारा 111(2)(ख) बीएनएस की वृद्धी की गयी है ।
प्रकरण में ऐसे समस्त म्युल एकाउंट के ट्रांजेक्शन की जानकारी संबंधित बैंको से प्राप्त की जा रही हैएजिनके प्रत्येक ट्रांजेक्शन से बारीकी से छानबीन जारी है अब तक की विवेचना में पुलिस को प्राप्त उक्त फर्जी खातो ध्म्युल एकाउंट में 50 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन मिले है जिनके देश के कई राज्यो से पैसे आने एवं निकालने का मामला सामने आया है इन खातो में आये पैसे तुंरत निकाल भी लिये गये है इन खातो के जरिये देश भर से ठगी का पैसा लगातार ट्रांसफर हो रहा था। शहडोल पुलिस की अपील है कि जिनके भी ऐसे खाते खुले है या खुलवाये गये है तत्काल संबंधित थाने या सायबर सेल शहडोल या पुलिस अधीक्षक कार्यालय शहडोल को सूचित करें ताकि ऐसे खातो का उपयोग सायबर ठगी में ना हो सके और आप सायबर ठगी से सुरक्षित हो सके ।
सम्पूार्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी बुढार संजय जयसवाल के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक हरिकिशोर, प्रधान आरक्षक शंकर,भागवत प्रसाद, आरक्षक गोपाल, अक्षय अहिरवार, राजकुमार, लखन पाटले महिला आरक्षक श्रुति सिंह की भूमिका रही।