डुगडुगी से प्रशासन को जगाने की मुनादी, एक अनोखी पहल
जिले ही नहीं संभागभर की गांव की सड़के हुई बदहाल
शहडोल।ब्यौहारी जनपद के ग्राम मगरदहा के नागरिकों का अनूठा प्रयोग आज सुबह देखने को मिला। कहने को तो सब ठीक चल रहा है लेकिन जमीनी हकीकत का छोटा उदाहरण इस वीडियो को देखने से मिलेगा।
ब्यौहारी विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत मगरदहा के ग्राम धरी नंबर 1 का विकास कहीं गुम हो गया है, जिस किसी को मिले उसकी सूचना दे दें, तब तक सब घर पर रहें, अगर कोई निकला तो, गांव की गलियों में फैले कीचड़ में यदि कोई फंस गया तो, शासन, प्रशासन जिम्मेदार नहीं होगा, इस तरह की सूचना पुराने तर्ज पर डुगडुगी बजाकर पूरे गांव में दर्जनों युवाओं द्वारा की जा रही है। युवाओं का कहना है कि हमारे गांव का विकास कहीं खो गया है, दो दशक पहले बनी सड़क भी गुम हो गई है, दर्जनों बार पंचायत से लेकर जनपद व कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक गांव की स्थिति की शिकायत, फोटो, वीडियो भेजे गये हैं, लेकिन विकास का पता नहीं चल रहा है।
डुगडुगी बजाकर दे रहे सूचना
गांव के दर्जन भर युवा डुगडुगी बजाकर गलियों में फैली कीचड़ और बरसात के दौरान हो रही परेशानी, घरो में घुस रहे पानी आदि की शिकायत सीएम हेल्प लाईन में भी कर चुके हैं, लेकिन नतीज ढाक के तीन पात रहा। महज 300 मीटर की सीसी सड़क जनपद में प्रतिमाह करोड़ों का बजट होने के बाद भी नहीं बन पा रही है।
खाते में है 57 लाख
युवाओं ने कलेक्टर को भी एक शिकायत पत्र सौंपा है, जिसमें मगरदहा पंचायत के धरी नंबर 1 अंतर्गत सड़क निर्माण की मांग के साथ यह भी उल्लेख किया कि पंचायत के खाते में लगभग 57 लाख रूपये प्रदेश सरकार द्वारा दिये गये, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण यहां का विकास कहीं खो गया है। बीते 2 दशकों से ग्रामीणों की यह मांग पूरी नहीं हो पा रही है।
साहब एक नजर इधर भी….
जिले की ग्राम मगरदहा पंचायत ही नहीं पूरा संभागभर की ग्रामीण क्षेत्रों की सड़के इस समय रो रहा है। ब्यौहारी के बुढ़वा के मुख्य मार्ग बुढ़वा जनकपुर मार्ग भी किचड़ से सना है, वहीं पड़ोसी जिले उमरिया के जनपद पंचायत बिरसिंहपुर पाली के ग्राम पंचायत रौगढ कि हालत भी देखने लायक है। यहां भी विकास कागज़ों में जमकर हुआ है इसकी शिकायत भी डीएम से सीएम तक की जा चुकी है लेकिन कार्यवाही ठंडे बस्ते में हो रही है। इस ओर निचले स्तर के अधिकारियों की अनदेखी मुखिया की शाख पर बट्टा लगाने का पूरा प्रयास कर रहा है। वहीं शहर से लगे महर्षि स्कूल कल्याणपुर रोड़ की स्थित किसी से छुपी नहीं है। लेकिन यहां देख कर भी आंख मूंदना किसी लापरवाही से कम नहीं है। जब संभागीय मुख्यालय का ही विकाश अधर में लटका हुआ है तो सुदूर इलाकों की बात ही कुछ और है।