एमवाईएल नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी ग्रामीण क्षेत्रों में नाबालिकों को बना रही निशाना

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ऑनलाईन शिक्षा के नाम पर लिये 11-11 हजार रूपए और बेच दिया एप्पल जूस

एमवाईएल नेटवर्क प्राईवेट कंपनी ग्रामीण क्षेत्रों में नाबालिकों को बना रही निशाना

ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों के नाबालिकों को उनके परिजनों के सम्मुख करोडो के सपने दिखाकर 11-11 हजार रूपए ले लिया गया। एमवाईएल नाम नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी के जालसाजो ने जैतहरी के अनेक ग्रामों में घर-घर जाकर लोगों को ऐसा मोटिवेट किया कि कई लाख रूपए क्षेत्र के भोले-भाले लोगों से ठग लिया, अब लिये गये रूपयों के बदले में तरह-तरह के प्रोडक्ट देकर उपयोग करने व बेचने की सलाह भी दी जा रही है।

अनूपपुर। सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य, कल्याण और सौंदर्य को बनाये रखने के लिए एमवाईएल नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी के द्वारा ऐसे उत्पाद तैयार किये गये है कि लोग उसका उपयोग करें या बेंचते रहे तो कुछ ही वर्षो में करोडो का मालिक बन जायेगा। कोट-पैंट, टाई, चमकता हुआ जूता, एक डायरी और झोले के अंदर तरह-तरह उत्पाद वाला पर्चा लेकर घर-घर पहुंचने वाले ये कंपनी के युवा आपको दिन में ही ऐसे सपने दिखायेंगे कि बस आपको लगेगा कुछ ही महीनों में कहीकत में मेरा भविष्य बदल जायेगा और मैं समाज के सर्वोच्च शिखर पर पहुंच जाउंगा और मात्र 11 हजार रूपए देने के बाद जमाना मेरे पीछे-पीछे चलेगा। फिर मैं एरोप्लेन से गोंवा, शिमला और मलेशिया से घूमते हुए गांव में प्रवेश करूंगा। शायद उनके सकारात्मक वाक्यों को सुनने के बाद आप भी एमवाईएल कंपनी ज्वाइन कर लें और जूस और झंडू बाम बेंचने लगे।

नाबालिकों को बनाया निशाना

जैतहरी के ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच कर किसी एक को मोटिवेट करते हुए कंपनी में ज्वाईन कराय जाता है, फिर उसके साथ रिश्तेदारो के घर-घर जाकर ज्ञान दिया जाता है। फ्री बिजिनेस एजुकेशन और अपने प्रोडक्टो का प्रचार-प्रसार कर उत्पादो का उपयोग करने व उसे बेचने के बाद कमीशन देने के साथ कंपनी में सैकडों लोगों को जोडने के नाम पर ग्यारह-ग्यारह हजार रूपए लिया जाता है। जबकि कंपनी में 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को जोडना चाहिए, लेकिन नियमों के विपरीत चंद फायदो के लिए नाबालिकों को निशाना बना लिया गया।

पैसो के लिए एटीएम तक जाते है साथ में

कंपनी के युवाओं के द्वारा भोले-भाले लोगों को मोटिवेट कर उनसे पैसों की मांग की जाती है, अगर वर्तमान में पैसे नही है या फिर बैंक में राशि जमा है तो वहां तक अपने सुविधा से ले जाया जाता है और एटीएम व बैंक खाता से पैसों का आहरण कर ले लिया जाता है। फिर उनकी आईडी तैयार की जाती है और बिल के साथ तरह-तरह के हेल्थ केयर प्रोडक्ट को घर तक पहुंचा दिया जाता है।

सैकड़ों बेरोजगारों से की ठगी

जिलों के बेरोजगार युवाओं को 40 से 50 हजार रुपए प्रति माह कामने का झांसा देकर लाखों रूपए की ठगी करने के मामले में इस कथित कंपनी के डायरेक्टरों की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है। नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी का मुख्यालय बनाकर अनूपपुर के विभिन्न क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं को ठगने का कार्य किया जा रहा है। इस कथित ड्रीमर्स पर भरोसा कर 10वीं प 12वीं तक के दर्जनों युवक-युवतियां झांसे में आ गए है। हर युवा 11-11 हजार रूपए गवां चुके हैं। जब उन्हें पता चला कि उनके साथ बड़ी ठगी हुई है, तब उन्होने मीडिया के पास जानकारी उपलब्ध कराई।

ऐसे की ठगी

‘मेकिंग यू लाईव‘ (एमवाईएल) कंपनी डायरेक्टर और मैनेजिंग डायरेक्टर और नेटवर्किंग कंपनी में मोटिवेशनल स्पीकरों के द्वारा जिला मुख्यालय के चेतनानगर में कार्यालय खोलकर नेटवर्किंग का अनुभव देते है। विजय कुमार मिश्रा व आकाश साह के द्वारा दामिनी राठौर नामम कडकी को पहले कंपनी में जोडते है फिर उसके साथ रिश्तेदारो के घर तक पहुंचा जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में कर्मचारियों को भेज कर कंपनी से लोगों को जुडने के लिए सलाह दी जाती है, बच्चो के परिजनों को अपने आगोश में लेकर तरह-तरह के सपने दिखाते हुए ठगी की जाती है। नाबालिग बच्चों को सदस्य बना दिया जाता है और रुपए जमा करने पर ही रसीद दी जाती है।

एमवाईएल मार्केटिंग डायरेक्ट सेलिंग का गोरखधंधा

यह व्यापार लालच से ही शुरू होता है और लालच पर ही जाकर खत्म हो जाता है।इस व्यापार की आधारशिला केवल लालच पर ही टिकी है इसमें जो भी व्यक्ति आपको मिलेगा वह मात्र पैसे रुपये के अलावा दूसरी कोई बात करता नजर नहीं आने आता। व्यक्ति की क्षमता को नजरअंदाज कर उससे अपना निजी लाभ साधने के लिए उकसाने का कार्य किया जाता है। प्रेरणा के असल मायने को झुठलाकर उसे व्यापार का रूप दे दिया है इन नेटवर्क मार्केटिंग के दलालों ने। इनके अनुसार मोटिवेटेड इंसान वही है जो पैसा कमा रहा है, और जो पैसा नहीं कमा रहा वो मोटिवेटेड है ही नहीं।

आत्मनिर्भरता का जाल 

व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने का झांसा देकर जल्द से जल्द उसे बिजनेस में जोड लेते है। दसवीं में पढने वाले लडके को भी डायरेक्ट मार्केटिंग में जोडकर आत्मनिर्भर बनने का ज्ञान देने लगते हैं। 11 हजार अगर आप जमा करेंगे तो आपको 11 हजार का सामान दे देंगे। 11 हजार देने पर कुल पंद्रह हजार की वैल्यू का सामान देते हैं, असल में ये आपसे पैसे लेकर खुद को सिक्योर कर लेते हैं और आपको अन-सिक्योर बना देते हैं। इनका सामान आपके द्वारा दिए गए कुल पैसे की वैल्यू के बराबर भी नहीं होता। जिसके बाद माल बेचो, मेंबर बनाओ और कमीशन खाओ शुरू से अंत तक आपका यही एक काम बनकर रह जाता है।

दूसरों की सफलता पर टिकी आमदनी

एक के नीचे 2, दो के नीचे 4, चार के नीचे 8 बस ऐसे ही आप हो जायेंगे मालामाल।आपको अगर दो लोग नहीं मिले तो हम आपको लाकर देंगे बस आप मेंबर बन जाइये। एमवाईएल मार्केटिंग से जुडे व्यक्ति को सडक पर चलने वाला हर आदमी मेंबर बनने के लायक दिखाई देता है। यहां पर आपकी सफलता आपके गुण पर नहीं, आपकी योग्यता पर नहीं, आपकी काबलियत के बल पर नहीं अपितु सामने वाले को मेंबर बनाने और माल बेचने पर टिकी है।

 

 

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