राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष ने किया बालगृह का निरीक्षण, बालगृह के बच्चों को विशेष धर्म की प्रार्थना कराने का आरोप
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष ने किया बालगृह का निरीक्षण, बालगृह के बच्चों को विशेष धर्म की प्रार्थना कराने का आरोप
कटनी॥ शहर के झिंझरी में मिशनरी द्वारा संचालित आशा किरण बालगृह में रह रहे बच्चों को जबरन विशेष धर्म प्रार्थना में शामिल किए जाने का आरोप राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने लगाया है। सोमवार रात वे इस बालगृह का निरीक्षण करने पहुंचे थे। बाद में पुलिस को भी बुला लिया और माधवनगर थाने में बच्चों के बयान दर्ज कराए। उन्होंने वहां बड़ी गड़बडिय़ां मिलने का दावा किया। आयोग अध्यक्ष काननूगो ने बताया कि बालगृह समिति अध्यक्ष जबलपुर विशप अलमेड़ा है। यहां आदिवासी व दलित वर्ग की लड़कियां भी रहती हैं। निरीक्षण के दौरान बच्चों ने बताया कि यहां पर जबरदस्ती क्रिश्चयन धर्म की प्रार्थनाएं कराई जाती हैं। यह सीधे-सीधे यह धर्मांतरण का प्रयास हैं। बच्चों ने बताया कि उनके दस्तावेज बदल दिए गए, जन्म तारीख बदल दी गई है। इसमें सीडब्ल्यूसी के लोग भी शामिल हैं। इसमें बहुत सारे सरकार के अधिकारी शामिल हैं। इससे बालगृह को सरकार से फंडिंग दी जा रही है।
कानूनगो ने कहा कि इस मामले में बच्चों ने अपने बयान दिए हैं। 161 सीआरपीसी के तहत पुलिस ने बच्चों से बयान दर्ज किए हैं। 4 बच्चों ने बताया कि जबरदस्ती प्रार्थना कराई जा रही है। पुलिस थाना पहुंचकर एफआइआर दर्ज करने सहित पुलिस से कार्रवाई की मांग रखी है। इसमें पुलिस एफआइआर दर्ज कर जांच करेगी तो और प्रमाण मिलेंगे । कानूनगो ने बाल कल्याण समिति व और जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों ने इनके खिलाफ भी शिकायत की है। पुलिस को इनपर भी कार्रवाई करनी चाहिए। वही रितेश शिव, डीएसपी ने जानकारी मे बताया कि बाल अधिकार संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा आशा किरण नवोदय सोसायटी का औचक निरीक्षण किया गया है। बच्चों से बात की है। बच्चों ने शिकायत में बताया है कि किसी अन्य धार्मिक समुदाय की पुस्तकें दी जाती थीं। राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कानूनी कार्रवाई की जा रही है।