2 वर्षों में होगा राष्ट्रीय राजमार्ग सीधी सिंगरौली का कायाकल्प
शशिकांत कुशवाहा
सिंगरौली । कई वर्षों से अधूरी पड़ी सीधी सिंगरौली राष्ट्रीय राज्य मार्ग को लेकर सीधी सिंगरौली के सांसद श्रीमती रीति पाठक ने सड़क की बदहाल स्थिति को लेकर आज संबंधित मंत्रालय के संबंधित अधिकारी से मुलाकात कर राष्ट्रीय राजमार्ग 39 के वर्तमान स्थितियों से अवगत कराया एवं बदहाल स्थिति को लेकर मामले में कार्यवाही को लेकर एक वृहत चर्चा की । विदित हो कि मध्य प्रदेश के आखरी जिले सिंगरौली को जोड़ने वाली सीधी सिंगरौली राजमार्ग की स्थिति बेहद खस्ताहाल है जिसे लेकर सिंगरौली वासियों में खासा रोष उत्पन्न हो चुका है । बदहाल राष्ट्रीय राजमार्ग सीधी सिंगरौली को लेकर सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के महानिदेशक से सांसद ने की मुलाकात।
वर्तमान ठेकेदार का अनुबंध समाप्त कर नई निर्माण एजेंसी से होगा निर्माण
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के महानिदेशक से सीधी सिंगरौली सांसद ने भेंट कर सीधी सिंगरौली सड़क में वर्तमान ठेकेदार का अनुबंध समाप्त कर नई निर्माण एजेंसी को लक्ष्य निर्धारित कर निर्माण कराने की स्वीकृति के विषय में चर्चा की । सबसे महत्वपूर्ण बात यह निकल कर आ रही है कि नए निर्माण एजेंसी को सीधी सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग को निर्धारित लक्ष्य में यह कार्य पूरा करना पड़ेगा ।
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री से सांसद ने की बात
सीधी सिंगरौली सड़क के लिए सांसद रीति पाठक ने सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से दूरभाष पर चर्चा की थी,जिस पर त्वरित कार्यवाही के लिए मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया था एवम आज पुराने ठेकेदार का अनुबंध समाप्त कर दिया गया।तथा 2 वर्ष का लक्ष्य निर्धारित कर नितिन गडकरी जी द्वारा निर्धारित समय सीमा में सीधी सिंगरौली सड़क का निर्माण पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है।
बदहाल सड़क ने विकास की गति को किया प्रभावित
लगातार कई वर्षों से सीधी सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग 39 की बदहाल स्थिति के कारण एक तरफ जहां दोनों जिलों की कनेक्टिविटी पर असर पड़ा है वहीं दूसरी तरफ जिले के विकास को लेकर भी इसका असर साफ तौर पर देखा जा सकता है आलम यह है कि जब भी सीधी सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग की बात आती है तो दोनों जिलों के लोगों का साफ कहना होता है कि सीधी सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर करना जान हथेली पर रखने जैसा होता है । क्योंकि सिंगरौली जिला सीधी से अलग होकर अलग जिला बना जिसके कारण आज भी कई सरकारी कार्यालयों का मुख्य केंद्र सीधी ही है बदहाल स्थिति के कारण इन सड़कों पर आना जाना बेहद कष्ट दाई है । बहरहाल देखने वाली बात होगी कि आने वाले इन 2 सालों में क्या सीधी सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग पूरा हो पाता है या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा, वहीं दूसरी तरफ गौर करने वाली बात है कि इस राष्ट्रीय राजमार्ग के कारण बीजेपी के वोट बैंक पर असर भी आने वाले समय पर पड़ सकता है ।