आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की राष्ट्रव्यापी हड़ताल, जोखिम भत्ता और बीमा कवर मांग लेकर हो रहा है प्रदर्शन
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की राष्ट्रव्यापी हड़ताल, जोखिम भत्ता और बीमा कवर मांग लेकर हो रहा है प्रदर्शन
कटनी ॥ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन म.प्र एवं अ .भा . आंगनवाडी वर्कर्स एन्ड हेल्पर्स फेडरेशन एवं सेंटर आफइंडियन ट्रेड यूनियन्स ( सीटू ) व अन्य यूनियनों के बैनर तले आशा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महासंघ ने आज 24 सितंबर को देशव्यापी विरोध शुरू किया. सभी बेहतर वेतन और अन्य कर्मचारी लाभों के अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन म.प्र एवं अ .भा . आंगनवाडी वर्कर्स एन्ड हेल्पर्स फेडरेशन एवं सेंटर आफइंडियन ट्रेड यूनियन्स ( सीटू ) के संयुक्त मंच ने कहा है कि लाखों मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ASHA) और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कोविड ड्यूटी पर रहते हुए जोखिम भत्ता और बीमा कवर की अपनी मांग और नियुक्तियों को नियमित करने की मांग को लेकर शुक्रवार को देशव्यापी हड़ताल किया ! आशा कार्यकर्ता कोरोनोवायरस महामारी शुरू होने के बाद से अपनी काम करने की स्थिति और कम वेतन का विरोध कर रही हैं.!
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन म.प्र ., अ . भा . आंगनवाडी वर्कर्स एन्ड हेल्पर्स फेडरेशन एवं सेंटर आफइंडियन ट्रेड यूनियन्स ( सीटू )
के बेनेर तले मानदेय से काटे गये राशि वापस करने , मुख्यमंत्री द्वारा घोषित सेवा निवृत्ति लाभ देने सहित मांगों का निराकरण किये जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया ! अ.भा. आंगनवाड़ी वर्कर्स एन्ड हेल्पर्स फेडरेशन सहित योजना कर्मियों के राष्ट्रीय फेडरेशनों के संयुक्त आह्वान पर आंगनवाडी कर्मियों सहित योजना कर्मियों का राष्ट्रव्यापी हडताल की गई ! देश एवं प्रदेश में महिला एवं बाल विकास विभाग में विगत 35-40 वर्षों से कार्यरत आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाये शासकीय विभाग में , सरकारी अधिकारियों की देखरेख में , शासकीय योजनाओं को लागू करने का काम कर रही है । गांव बस्तियों में शासन के प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत आंगनवाडी कर्मी इतना महत्वपूर्ण काम करती है फिर भी उन्हें सरकार कर्मचारी का दर्जा एवं नयूनतम वेतन तक नहीं दे रही है । वर्षों की सेवा के बाद सेवानिवृति पर आंगनवाडी कर्मियों को पेंशन तक नहीं देती । 8 अप्रैल 2018 को प्रदेश सरकार की ओर से सेवा निवृत्ति पर आंगनवाडी कार्यकर्ता को एक लाख रु . एवं सहायिका को 75 हजार रुपये देने की घोषणा की गयी , लेकिन उसे भी लागू नही किया गया । केन्द्र सरकार द्वारा अपनी ओर से मानदेय में 1 अक्टूबर 2018 से 1500 रु . की वृद्धि की , इसका भी भुगतान प्रदेश में नही किया जा रहा । आंगनवाड़ी कर्मियों को कोविड -19 की ड्यूटी लगायी जा रही है , लेकिन घोषणा के बाद भी राज्य सरकार की ओर से उन्हें कोई अतिरिक्त राशि नहीं दिया गया दे रही । कोविड वैक्सीनेशन के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अभियान में आंगनवाडी कर्मियों की डयूटी लगायी जा रही है , लेकिन उसके लिये निर्धारित राशि -200 रुपये एवं भोजन – चाय नास्ता के लिये 100 रुपये प्रति सत्र का भी भुगतान नही किया जा रहा है । सुरक्षा उपकरण देने के मामले में भी सरकार एवं विभाग गम्भीर नहीं है । प्रदेश में राजधानी भोपाल सहित आंगनवाडी केन्द्रों की स्थिति दयनीय है । वारिश के मौसम में अधिकांश आंगनवाडी केन्द्रों की छत्त से पानी टपकती है । सरकार आंगनवाडी कर्मियों के समूचे काम का आधुनिक तरीके से करवाना चाहती है , लेकिन छोटे छोटे बच्चों को बैठने का आंगनवाडी केन्द्रों की स्थिति को सुधारने की जरूरत महसूस नहीं कर रहे है । दूसरी ओर समस्याओं का समाधान किये बिना सरकार आंगनवाडी कर्मियों को जरूरी क्षमता के एनराईड मोबाईल , हिन्दी वर्जन एवं जरूरी नेटवर्क आदि की उपलब्धता सुनिश्चित किये बिना पोषण देकर एप को डाउनलोड करने के लिये एकतरफा एवं अनुचित तरीके से दबाव बनाया जा रहा है । इस परिस्थिति में आई.सी.डी.एस. सहित सभी केन्द्रीय योजनाओं के लिये केन्द्रीय बजट में पर्याप्त राशि का प्रावधान करने , आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं सहित सभी योजना कर्मियों को कर्मचारी के रूप में नियमित करने , न्यूनतम वेतन देने , न्यूनतम वेतन 21,000 रुपये करने , भविष्य निधि , ईएसआई का लाभ देने सहित मांगों को लेकर , अ.भा. आंगनवाडी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स फेडरेशन सहित देश के सभी योजना कर्मियों के राष्ट्रीय फेडरेशनों के संयुक्त आह्वान पर आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं सहित सभी योजना कर्मियों द्वारा 24 सितम्बर को आयोजित राष्ट्रव्यापी हडताल के माध्यम से आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन मध्य प्रदेश ( सीटू ) के द्वारा माननीय मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया !
( 1 ) राज्य सरकार द्वारा अनुचित एवं अवैधानिक रूप से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के मानदेय से काटे गये 1500 रू . एवं सहायिका के 750 रुपये की राशि का , काटे गये दिनांक से एरियर सहित भुगतान किया जावे ।
( 2 ) प्रदेश सरकार की ओर से सेवा निवृत्ति पर आंगनवाडी कार्यकर्ता को एक लाख रु . एवं सहयोगियों को 75,000 रुपये देने की घोषणा को , घोषणा दिनांक से लागू कर उसके बाद सेवानिवृत्त लोगों को भी यह लाभ दिया जावे ।