पोल में नही, घर में लगा दिया 11 केव्ही तार
लोक निर्माण (विद्युत/यांत्रिकी) विभाग की लापरवाही
सुरक्षा मानकों व तकनीकी प्रावधानों के विपरीत विद्युतीकरण का कार्य
रेलवे फ्लाई ओव्हर ब्रिज बनाने के लिए किया जा रहा है शिफ्टिंग का कार्य
ठेकेदार व इंजीनियर मिलकर किये नये टेक्नोलॉजी का अविष्कार
रेलवे फ्लाई ओव्हर ब्रिज जिलेवासियों के लिए इस वक्त की मूल समस्या है, बडी मुश्किल से विद्युतीय व पोल शिफ्टिंग का कार्य शुरू ही हुआ था कि ठेकेदार और इंजीनियर ने मिलकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड करने का नया तरीका ढूंढ लिया। नियम व सुरक्षा मानकों के विपरीत कार्य करते हुए विद्युत पोल में एल.टी. व 11 केव्ही तार को एक्सटेंशन के माध्यम से घर पर ही लगा दिया और नजदीक से विद्युत का विस्तार कर खतरो की लाइन में कई जिंदगियों को खडा कर दिया।
अनूपपुर। जिला मुख्यालय में लोक निर्माण (विद्युत/यांत्रिकी) विभाग के द्वारा इंदिरा चौक से वन विभाग कार्यालय तक विद्युत पोल शिफ्टिंग व नवीन विद्युतिकरण का कार्य किया जा रहा है, तांकि रेलवे फ्लाई ओव्हर ब्रिज का निर्माण जल्द किया जा सके। शिफ्टिंग का कार्य जैसे ही शुरू किया गया तो पोल लगाने के नियम और कायदे के साथ गुणवत्ता का नाम ही भूल गये, खंभे लगाकर लाइन बिछाई जा रही है, लेकिन खंभा लगाने में नियम कायदों का पालन नहीं किया जा रहा है। जो खंभे लगाए जा रहे है उनकी नींव कमजोर होने से खतरे की आशंका बनी हुई है। वही हाईटेंशन वायर को घरो के पास से विस्तार करने के लिए सुरक्षा मानकों का ध्यान भी नही रखा गया है।
घर से 11 केव्ही का विस्तार
विद्युतिकरण के लिए ले-आउट विद्युत विभाग तैयार करता है, लेकिन उसके विस्तार का कार्य लोक निर्माण विभाग की विद्युत/यांत्रिकी शाखा करता है। सुरक्षा मानकों व तकनीकी रूप का विशेष ध्यान रखते हुए विद्युतीय कार्य किया जाता है, लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों के पास जब अन्य समस्याएं सामने आ जाती है तो वह नियम कानून को ताक पर रख कर भी कार्य करने को मजबूर हो जाते है। जगह उपलब्ध न होने के कारण कई घरो के पास से 11 केव्ही का तार फैला दिया गया, इस लापरवाही के कारण कई परिवार हमेशा के लिए खतरो के बीच में 24 घंटे नजर आयेंगे।
ठेकेदार भी लापरवाह
खंभे लगाकर लाइन बिछाने का काम जिस ठेकेदार को सौंपा गया है, उनकी ओर से ही काम की गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। सामान्य ढंग से गड्ढे खोदकर उसे मिट्टी, पत्थर भरा जा रहा है। सीमेंट का उपयोग नाम मात्र का किया जा रहा है। वहीं ऐसे स्थान पर खम्बे लगाए जा रहे है जहां पर गिरने की संभावना अधिक है। घटिया क्वालिटी से पोल सहित अन्य सामान लगाकर ठेकेदार इतिश्री कर रहे हैं। जबकि नियमानुसार प्रयुक्त सामान की जांच करने का जिम्मा संभालने वाले अधिकारी भी ध्यान नहीं दे रहे है। 11 केवी लाइन के लिए खंभे खडे करने में लापरवाही बरती जा रही है।
गैर तकनीकी रूप से एक्सटेंशन
स्वीकृत रेल्वे फ्लाई ओवर ब्रिज के निर्माण स्थल में विद्युत पोल एल.टी. व 11 के.व्ही. लाईन शिफ्टिंग का कार्य लोक निर्माण विभाग (विद्युत/यांत्रिकी) उपसंभाग शहडोल के उपयंत्री भाईलाल पटेल के देख-रेख में चल रहा है, इस कार्य में 11 के.व्ही. लाईन ठेकेदार से सांठ-गांठ कर गैर तकनीकी रूप से एक्सटेंसन व मोड देते हुए पूर्व स्वीकृत प्रावधानों तथा सुरक्षा मानकों की घोर उपेक्षा करते हुए कराई गई है। खड़े किए गए विद्युत पोल में नियम व मानक के अनुरूप गढ्ढो की खुदाई व उनमें कंक्रीट भराई का कार्य नहीं किया गया है। साथ ही लगाये गये विद्युत पोलो में अभी तक अर्थिंग का नियमानुसार प्रावधान भी नहीं किया गया है। इनके द्वारा उपयोग की जा रही सामग्री भी निर्धारित प्रावधान व मानक के अनुरूप प्रतीत नहीं हो रहे है। इसकी जांच भी आवश्यक है। इस कार्य को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि संबंधित उपयंत्री द्वारा ठेकेदार के नाम पर स्वयं कार्य को कराया जा रहा है।
इंजीनियर के कार्यो की हो जांच
उपयंत्री भाईलाल पटेल की देख-रेख में अनूपपुर-वेंकटनगर मार्ग में भी विद्युत पोल एल.टी. व 11 के.व्ही. लाईन शिफ्टिंग का कार्य कराया गया है, जिसकी गुणवत्ता व मानक स्तरों की जांच तथा भौतिक सत्यापन कराये जाने से इनके द्वारा कराये गये कार्य की वस्तु स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। उपयंत्री प्रथम नियुक्ति से आज तक अनूपपुर में ही पदस्थ रहे है। इनके द्वारा इस तरह के न जाने कितने तकनीकी व मानक स्तरों के विरूद्ध कार्य कराये गये है। साथ ही विद्युत लाईन शिफ्टिंग के दौरान निकलने वाली पुराने सामग्रियों को ठेकेदारों से सांठ-गांठ कर नए के रूप में उपयोग कर देते हैं, या फिर कबाडियों को बेच देते है। इनके द्वारा कराये गए कार्यों में पुराने निकाले गए सामग्रियों के भण्डारण का सत्यापन कराये जाने पर बडे पैमाने पर भ्रष्टाचार की पोल खुलेगी, अपने पदीय दायित्वों से विपरीत जाकर शासन / प्रशासन को भ्रम में रखते हुए आम जनता का समय, श्रम व पैसों को दुरूपयोग किया जा रहा है।
इनका कहना है
एक्सटेंशन हमने नही लगाया है, घर वालो ने स्वयं लगाया है, जगह न होने के कारण इस तरह से विद्युत का विस्तार किया गया है, जिसका पत्राचार भी हमने किया है।
भाईलाल पटेल, उपयंत्री
लोक निर्माण विभाग (विद्युत/यांत्रिकी) उपसंभाग शहडोल
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भगवानदीन मांझी, अनुविभागीय अधिकारी
लोक निर्माण विभाग (विद्युत/यांत्रिकी) उपसंभाग शहडोल