बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज की लापरवाही: मरीजों को लंबी कतारों में घंटों इंतजार
शहडोल।बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की अव्यवस्था मरीजों और उनके परिजनों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन गई है। शहडोल, उमरिया, अनूपपुर,डिंडोरी के अलावा पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ और जैसे दूरदराज के क्षेत्रों से रोजाना बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए यहां पहुंचते हैं। बावजूद इसके, अस्पताल प्रशासन ने ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए केवल दो काउंटर ही खोल रखे हैं, जबकि बाकी काउंटर बंद पड़े रहते हैं।परिणामस्वरूप रोजाना सैकड़ों मरीजों को लंबी कतारों में घंटों खड़े रहना पड़ता है। हाल यह है कि बीमार बुजुर्ग, महिलाएं, गोद में बच्चे लिए माताएं और गंभीर रोगी तक केवल पर्ची कटवाने के लिए धूप और भीड़ में परेशान होते नजर आते हैं। मरीजों का कहना है कि यह स्थिति कोई एक दिन की नहीं बल्कि रोजाना की समस्या है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि करोड़ों रुपये खर्च कर बनाए गए इस मेडिकल कॉलेज और यहां कार्यरत कर्मचारियों के वेतन पर होने वाले खर्च के बावजूद बुनियादी सुविधा जैसे रजिस्ट्रेशन काउंटर तक पर्याप्त रूप से उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर किसके आदेश पर अन्य काउंटर बंद रखे गए हैं और क्यों प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
मरीजों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज स्तर का अस्पताल होने के बावजूद यहां की व्यवस्थाएं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जैसी भी नहीं दिखतीं। ओपीडी में भीड़ और अव्यवस्था से मरीजों का इलाज कराने की उम्मीद टूट रही है। लोगों ने मांग की है कि अस्पताल प्रशासन तुरंत सभी रजिस्ट्रेशन काउंटर शुरू करे और व्यवस्था में सुधार लाए, ताकि दूरदराज से आने वाले मरीजों को राहत मिल सके। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो यह मामला बड़ा जनआक्रोश बन सकता है।