कोरोना के टीके को लेकर नहीं दिख रहा उत्साह

अब तक सिर्फ 47 फीसदी ही वैक्सीनेशन
शहडोल। कोरोना टीकाकरण के पहले चरण में ही कमियां सामने आ रही है। अभी टीकाकरण की प्रक्रिया लंबी चलनी है। ऐसे में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को आसानी से प्राप्त करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। जिले में पिछले तीन दिन के टीकाकरण में दोनों केन्द्रों को मिलाकर 47 प्रतिशत की टीकाकरण हो पाया है। स्वास्थ्यकर्मी भी टीकाकरण के प्रति उत्साह नहीं दिखा रहे हैं। दो सत्रों की अपेक्षा तीसरे सत्र में कोरोना टीकाकरण और कम हुआ है। शहडोल में प्रथम चरण में शहडोल जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज शहडोल में वैक्सीनेशन किया जा रहा है। शुरुआत में ही यहां पर लोगों में उत्साह कम दिख रहा है। स्थिति यह है कि अब तक सिर्फ 47 फीसदी ही वैक्सीनेशन हुआ है।
इस तरह तीन सत्र में टीकाकरण पीछे
जिले में टीकाकरण के दो केन्द्र बनाए गए हैं। इसमें जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज शामिल है। पहले दिन से दोनों टीकाकरण केन्द्र पर 100-100 लोगों का टीकाकरण की सूची बनाई थी। शत प्रतिशत टीकाकरण करने के लिए कलेक्टर के भी निर्देश थे लेकिन इसमें से 109 फ्रंट लाइन कर्मचारियों का टीकाकरण हुआ। दूसरे दिन दोनों केन्द्रों को मिलाकर 102 फ्रंट लाइन कर्मचारियों एवं तीसरे दिन दोनों केन्द्रों को मिलाकर 70 फ्रंट लाइन कर्मचारियों का टीकाकरण हुआ। इस तरह तीनों दिन को मिलाकर 47 प्रतिशत फ्रंट लाइन कर्मचारियों का टीकाकरण हो पाया है।
ये मिल रही कमियां
टीकाकरण के पहले दिन से यह बात सामने आ रही है कि कई हितग्राहियों का मोबाइल नंबर गलत दर्ज है। वहीं जल्दबाजी में तकनीक गड़बडिय़ां भी हुई हैं। कई लोगों का डुप्लीकेट नाम दर्ज हो गया है। इससे शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त नहीं हो रहा है।
सावधानी और सतर्कता के साथ करें वैक्सीनेशन का कार्य
कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय शहडोल पहुंचकर वहां पर की जा रही कोविड-19 वैक्सीनेशन व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने प्रबंधन कक्ष, वैक्सीनेशन कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष, निगरानी कक्ष, एएफईआई कक्ष तथा ऑक्सीजन लिक्विड टैंक का निरीक्षण किया। वैक्सीनेशन मे लगाए गए चिकित्सक, नर्सेंस स्टाफ तथा अन्य स्टाफ की भी जानकारी ली तथा टीकाकरण के बाद टीका लगाए जाने वाले हर व्यक्ति को सावधानी एवं सतर्कता से संबंधित पंपलेेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस मौके पर वैज्ञानिक माइक्रोबायोलॉजी पुष्पेंद्र सिंह को टीका लगाए जाने की प्रक्रियाओं का भी अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान अधिष्ठाता एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय डॉ. मिलिंद शिलारकर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम.एस. सागर, मेडिकल कॉलेज सुपरिटेंडेंट डॉ. नागेंद्र सिंह, मेडिकल कॉलेज के डॉ. आकाश रंजन सिंह, डॉ. अंशुमन सोनारे तथा वैक्सीनेशन प्रभारी डॉ. प्रगति चौहान सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।777 फ्रंट लाइन कर्मचारियों का करना है टीकाकरण
जिले में पहले चरण का टीकाकरण एक सप्ताह तक चलेगा। इसमें तीन दिन बीत गए हैं। इसमें एक सप्ताह में 777 फ्रंट लाइन कर्मचारियों का कोरोना टीकाकरण करने चिन्हित किया गया है। इसमें जिला अस्पताल में 400 लोगों का टीकाकरण तथा मेडिकल कॉलेज में 377 हितग्राहियों को टीका लगाया जाना है। टीकाकरण के तीसरे दिन सबसे कम हितग्राही कोरोना का टीका लगवाने पहुंचे। इससे साफ नजर आ रहा है कि स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना टीकाकरण को लेकर उत्साहित नहीं है। जबकि कोरोना टीकाकरण के बाद तीनों सत्रों में किसी को कोई दिक्कत सामने नहीं आई है। तीनों सत्रों को मिलाकर 47 प्रतिशत फ्रंट लाइन कर्मचारियों का टीकाकरण हुआ है। पहले चरण में 777 लोगों को कोरोना का टीका लगाना है। इस लक्ष्य को जल्द पूरा कर लिया जाएगा।