13 लाख गबन के आरोपी सरपंच पर नहीं हुई एफआईआर

जिला पंचायत सीईओ के आदेश के बावजूद नहीं हो रही कोई कार्यवाही
उमरिया। जिले के जनपद पंचायत मानपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत बल्हौड़ के भ्रष्टाचार में घिरी महिला सरपंच के विरूद्ध 2 माह बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा 21 अक्टूबर को जनपद पंचायत मानपुर के सीईओ एक पत्र मिलकर आदेशित किया गया था कि ग्राम पंचायत बल्हौड़ की महिला सरपंच श्रीमती वैजंती उपाध्याय एवं ग्राम पंचायत द्वारा 13 लाख 53 हजार 696 रूपये शासकीय राशि का गबन किया गया है, इसलिए इनके विरूद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की कार्यवाही की जाये। परन्तु 2 माह बीत जाने के बावजूद आज दिनांक तक भ्रष्टाचार की आरोपी महिला सरपंच एवं ग्राम सहायक के विरूद्ध कोई एफआईआर दर्ज नहीं किया है।
क्या है आदेश
जिला पंचायत सीईओ द्वारा जो आदेश जारी किये गये हैं, उसमें कहा गया है कि भोला प्रसाद तिवारी एवं अन्य ग्रामवासियों द्वारा की गई शिकायत की जांच कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग उमरिया एवं परियोजना अधिकारी से कराई गई, जांच प्रतिवेदन के अनुसार श्रीमती वैजंती उपाध्याय सरपंच ग्राम पंचायत बल्हौड़ एवं श्री पटेल तात्कालीन ग्राम रोजगार सहायक ग्राम बल्हौड़ द्वारा 13 लाख 53 हजार 696 रूपये शासकीय राशि का आहरण कर गबन किया गया है। इसलिए दोनों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराना सुनिश्चित किया जाये।
क्या करते रहे अन्य जिम्मेदार
ग्राम पंचायत बल्हौड़ में 13 लाख के भ्रष्टाचार के मामले में संबंधित इंजीनियर एवं जनपद पंचायत के अन्य अधिकारी जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराये गये, क्योंकि जब लाखों रूपये का भ्रष्टाचार हो रहा था, तब ये अधिकारी क्या कर रहे थे। इसी प्रकार ग्राम पंचायत मानपुर में भी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था, परन्तु कार्यवाही के नाम पर जिम्मेदारों के विरूद्ध सिर्फ नोटिस भेजने तक कार्यवाही सीमित है, जिसके चलते भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं।
इनका कहना है…
हमने पुलिस को एफआईआर के लिए पत्र लिख दिया है, अब आगे की कार्यवाही पुलिस के हाथ में हैं।
अंशुल गुप्ता
मुख्य कार्यपालन अधिकारी
जिला पंचायत उमरिया