अपहरण नहीं: डॉक्टर दामाद-पुत्री का व्यवहार नहीं ठीक

(Anil Tiwari+7000362359)
शहडोल। कोतवाली अंतर्गत बाईपास मार्ग में स्थित कालोनी से डॉक्टर सुनील स्थापक के ससुर के अगवा होने की खबर सुर्खियों में आई थी, लेकिन शिव कुमार तिवारी निवासी महोबा ने वीडियो जारी करते हुए बताया कि मैं शिव कुमार तिवारी पुत्र रामेश्वर प्रसाद तिवारी निवासी महोबा नौकरी से सेवानिवृत्त हुआ और शहडोल में किराये के मकान में रहता था, मेरी लड़की एवं दामाद का व्यवहार अच्छा नहीं था, जिससे व्यथित होकर अखिलेश मिश्रा को शहडोल बुलाया और उसके साथ सफेद रंग की कार से सुबह अपनी मर्जी से आया, मुझे शहडोल से कोई जबरन नहीं लाया है।
अगवा की खबर निकली गलत
बीते 2-3 माहों से शिव कुमार तिवारी अपने दामाद डॉ. सुनील स्थापक एवं अपनी पुत्री के साथ रहते थे, लेकिन इनके व्यवहार से खफा होकर 24 अगस्त की सुबह 7.30 बजे 30 से 40 हजार रूपये लेकर पैदल बाहर निकले थे, कुछ दूर चलने के बाद वह सफेद रंग की कार में बैठते दिखे, उक्त कार उत्तरप्रदेश की बताई गई थी, पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर शिवकुमार तिवारी की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की गई थी, लेकिन उनकी लोकेशन इरानी बाड़ा के पास तक की मिली।
पुलिस ने जारी किया वीडियो
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए वीडियो जारी कर दिया, जिसमें कथित बुजुर्ग ने अपने दामाद और पुत्री पर ही व्यवहार ठीक न होने के आरोप लगाये हैं, वीडियो जारी होने के बाद पूरे क्षेत्र में चर्चा है कि जब डॉक्टर जैसे पद पर बैठे लोग बुजुर्गाे से ऐसा व्यवहार करते हैं तो, जो कम पढ़े-लिखे लोग हैं, उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है।