अब चोरी के आरोपी को नहीं पकड़ पा रही पुलिस

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कोल प्रबंधन-पुलिस प्रशासन से मिल रहा जमानत के लिए समय

शहडोल। जिले में संचालित एसईसीएल ओपन कास्ट माइंस धनपुरी में हुए कोयले की चोरी पर एक के बाद एक कई परतें खुलती नजर आ रही , जिसमें प्रमुख रुप से कोयले की चोरी में 9 व्यक्तियों पर एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें चार व्यक्ति गिरफ्तार किये गये थे और 5 व्यक्ति फरार थे, जिसमें देवहरा में निवास करने वाले प्रमुख व्यक्ति अजीत तिवारी भी फरार थे। हालांकि प्रबंधन द्वारा कोल माइंस में बाबू के पद पर काम करने वाले अजीत तिवारी एवं विजेंद्र कांत द्विवेदी का ड्यूटी एलाऊ कर दिया गया था। एसईसीएल में बाबू के पद पर कांटा घर समेत अन्य कार्यों में लगे बाबू अजीत तिवारी एवं विजेंद्र कांत द्विवेदी ड्यूटी पर आकर अपनी जगह पर तैनात न रहते हुए सो जाया करते थे और अपना काम निजी कंपनी के गाडिय़ों में लगे मुंशी से करवाया करते थे और अंतिम समय में सिर्फ अपने हस्ताक्षर करना और बदले में मोटी रकम लेकर जिम्मेदारियों से मुंह मोडऩे का काम बखूबी करते थे, इन्हीं सब कार्यों के कारण निजी कंपनी के मुंशी जमकर फायदा उठाकर चोरी के काम को अंजाम देते थे और इसके बदले में दोनों बाबू अपनी जेबे गर्म करते थे।
5 आरोपी अजीत अभी तक फरार
धनपुरी ओपन कास्ट माइंस के कांटा घर में बैठने वाले बाबू अजीत तिवारी सहित 4 अन्य इस मामले के इतने दिनों बाद भी फरार चल रहे हैं, जबकि चार आरोपी पकड़े गए हैं, विजेंद्रकांत द्विवेदी 16 तारीख को ड्यूटी ज्वाइन किए और 17 की रात को संगमा साइडिंग से चचाई पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। कोल माइंस की ड्यूटी करते हुए चोरी के आरोप में फंसे हुए अजीत तिवारी को अभी तक जिम्मेदारों द्वारा नहीं पकड़ा जा सका और उसे अपने सबूत मिटाने का पर्याप्त समय भी मिलता जा रहा है, साथ ही लगता है जमानत के लिए भी समय दिया जा रहा है।
सिक्योरिटी ऑफिसर की भूमिका संदिग्ध
एरिया सिक्योरिटी ऑफिसर शारतेंदु तिवारी समस्त खदानों को सुरक्षा प्रदान करते हैं, इतने बड़े ओपन कास्ट माइंस पर सिक्योरिटी के नाम पर एक भी व्यक्ति को इनके द्वारा तैनात नहीं किया गया था, इसके अलावा धनपुरी ओपन कास्ट के सिक्योरिटी इंचार्ज अखिलेश्वर मिश्रा की भी बड़ी जवाबदारी इन खदानों की सुरक्षा में रहती है, इसके बावजूद भी बाहर से आने जाने वाले गाडिय़ों के देखरेख पर अपनी नजर फिरते हुए जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ के नजर आ रहे हैं। एरिया सिक्योरिटी ऑफिसर शारतेंदू तिवारी, सिक्योरिटी इंचार्ज धनपुरी अखिलेश्वर मिश्रा और कांटा घर में मौजूद बाबू अजीत तिवारी, विजेंद्र कांत द्विवेदी चारों व्यक्तियों का आपस में कोई बड़ा तालमेल नजर आता है, तभी तो इतने बड़े काम में धनपुरी ओसियम के इंचार्ज के द्वारा किसी भी सुरक्षा प्रहरी को ड्यूटी पर तैनात नहीं करवाया गया और न ही एरिया सिक्योरिटी ऑफिसर इस मामले पर अपनी जवाबदारी को दिखा पा रहे हैं।
ठण्डे बस्ते में मामले को पहुंचाने की तैयारी
एसईसीएल खुली खदान धनपुरी ओसीएम पर प्रमाणित रुप से पकड़े गए कोयले की चोरी पर अभी तक कोल माइंस के प्रबंधन और पुलिस विभाग के अधिकारी द्वारा कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की गई है, इसलिए इतने बड़े चोरी के मामले में अभी तक अजीत तिवारी नामक आरोपी पुलिस के शिकंजे से बाहर है, इसके अलावा कालरी के प्रबंधन दोनों बाबुओं के ऊपर चोरी की प्रमाणित साक्ष्य मिलने के बाद भी निलंबन की कार्यवाही से कोसों दूर है, पुलिस एवं प्रबंधन अभी तक हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं, जिससे यह साफ प्रतीत होता है कि अजीत तिवारी और विजेंद्र कांत द्विवेदी को बचाना चाहते हैं।
इनका कहना है…
आरोपियों के घर पर लगातार दबिश दी जा रही है, जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जायेगी।
एम.एल. सोलंकी
पुलिस अधीक्षक, अनूपपुर

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