वसुधैव कुटुम्बकम की थीम पर नगरपालिक निगम कटनी प्रांगण में निगमाध्यक्ष की उपस्थिति में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम संपन्न

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वसुधैव कुटुम्बकम की थीम पर नगरपालिक निगम कटनी प्रांगण में निगमाध्यक्ष की उपस्थिति में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम संपन्न


कटनी॥ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का 9वां संस्करण नगर पालिक निगम कटनी प्रांगण में मनाया गया। हर वर्ष इस दिन को एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम “वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग“ तय की गई है।
निगमाध्यक्ष मनीष पाठक नें कहा कि,प्राचीन भारतीय परंपरा का एक अमूल्य उपहार, योग है,जो शारीरिक और मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने के सबसे भरोसेमंद साधनों में से एक है । शब्द “योग“ संस्कृत मूल युज से लिया गया है जिसका अर्थ है “जुड़ना“, “जोड़ना“ या “एकजुट होना“, जो मन और शरीर की एकता का प्रतीक है; विचार और क्रिया; संयम और पूर्ति; मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है।
हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों के कारण, 21 जून को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया था। अपने संकल्प में, UNGA ने समर्थन किया कि “योग जीवन के सभी पहलुओं के बीच संतुलन बनाने के अलावा स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है। योग का अभ्यास करने के लाभों के बारे में जानकारी का व्यापक प्रसार लोगों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा।“ दुनिया की आबादी।“ इसने समग्र स्वास्थ्य क्रांति के युग का संचार किया जिसमें इलाज के बजाय रोकथाम पर अधिक ध्यान दिया गया। निगमाध्यक्ष मनीष पाठक नें संस्कृत के श्लोक के माध्यम से कहा कि
गांभीरं यस्य पिता क्षमा च जननी शान्तिश्चिरं गेहिनी
सत्यं सुनुरयं दया च भगिनी भ्राता मनः संयमः।
शय्या भूमितलं दिशोस्पि वसनं ज्ञानामृतं भोजनें
एते यस्य कुटिम्बिनः वद सखेमा कसद् भयं योगिनः।।
तात्पर्य यह है कि नियमित रूप से योगाभ्यास करने से व्यक्ति में पिता के समान रक्षा करने वाला साहस, माता के समान क्षमा और स्थायी मित्र बनने वाली मानसिक शांति जैसे कुछ बहुत अच्छे गुण आ जाते हैं। योग के नियमित अभ्यास से सत्य हमारी संतान, दया हमारी बहन, संयम हमारा भाई, पृथ्वी हमारी शय्या बन जाती है और ज्ञान हमारी भूख मिटाता है। निगमाध्यक्ष मनीष पाठक नें कहा कि हर घर आंगन में योग किया जाना चाहिए यह एक प्राचीन अभ्यास है, जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई और इसने अपने शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभों के लिए दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की है। इस दौरान एम.आई.सी. सदस्य श्रीमती बीना बैनर्जी,श्रीमती सीमा श्रीवास्तव पार्षद, मौसूफ अहमद बिट्टू पार्षद, निगमायुक्त सत्येन्द्र सिंह धाकरे , पवन अहिरवार उपायुक्त, राहुल झाकड प्र.कार्यपालन यंत्री सहित नगरपालिक निगम कटनी के अधिकारियों कर्मचारियों की उपस्थिति रही ।

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