वाहनों के ऑनलाइन चालान कटने शुरू

जयस्तंभ पर एडीजी व एसपी ने काराया शुभारंभ
(Amit Dubey+8818814739)
शहडोल। वर्तमान में डिजिटल इण्डिया के कदम से कदम मिलाकर चलते हुए पुलिस विभाग ने भी अपनी कुछ प्रक्रियाएं डिजिटल सिस्टम से संचालित कर लिया है। इसमे मोटर व्हीकल एक्ट के तहत होने वाले वाहनों का चालान शामिल है। बुधवार को जयस्तंभ चौक पर एडीजी डीसी सागर और एसपी कुमार प्रतीक ने स्वंय उपस्थित रहकर प्रक्रि या का शुभारंभ कराया। इस दौरान लगभग 10 वाहनो का चालान किया गया था। प्रक्रिया शाम तक जारी थी, जिसमें कई और वाहनो का चालान किया जाना बताया गया है। ज्ञातव्य है कि पूर्व में रसीद, रजिस्टर आदि का उपयोग किया जाता था और हांथ से लिखना पड़ता था अब यह कार्य पेपरलेस कर दिया गया है। इस प्रक्रिया के शुरू होजाने से अन्य फायदे भी हुए है।
सुरक्षा बढ़ी, मनमानी घटेगी
इस सिस्टम के लागू होने का बड़ा फायदा यह है कि इसे हर बड़ा पुलिस अधिकारी अपने कमरे की स्क्रीन से देख सकता है। इसलिए धांधली की गुंजाइस समाप्त हो जाएगी। पुलिस सौदेबाजी नहीं कर सकती, लोग भी न तो पुलिस कर्मियों से बहस करेंगे न किसी दादाभाई या साहब का फोन करवाएंगे। उन्हे मालुम है कि वह जो कर रहा है उसे बड़े अधिकारी भी देख रहे हैं। इस तरह पुलिस को पूरी अपना काम करने की पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हो जाएगी। माना जाता है कि साफ सुथरा काम होने से जहां परेशानी कम होगी और आय बढ़ेगी।
धाराएं और जुर्माने की राशि मशीन में फीड
शहर के चौराहों पर पुलिसकर्मी पीओएस मशीनों के जरिए ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों से जुर्माने की राशि ली जा सकेगी। इसके लिए जिले को 40 मशीनें आवंटित की गई है। ट्रैफिक नियमों को तोडऩे वालों के चालानी कार्यवाई में पारदर्शिता बनी रहे और केशलेश पेमेंट को बढ़ावा हो इसके लिए पूरे प्रदेश भर में पी.ओ.एस. मशीन के जरिये ई-चालान और ई-पेमेंट की शुरुआत की जा रही है। इस हेतु पुलिसकर्मियों को इस मशीन का उपयोग करने हेतु प्रशिक्षण दिया गया है। इस मशीन में एक साफ्टवेयर है, इसके पीछे एक कैमरा भी लगा है, जो मौके की फोटो लेगा, जिसमे ट्रैफिक नियमों की नए मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक विभिन्न धाराओं और उनके जुर्माने की राशि फीड है, जिस धारा का उल्लंघन होगा उसको भरते ही जुर्माने की राशि सामने आ जायेगी और उसे भरना पड़ेगा, इसके लिए बैंक ऑफ इण्डिया से टाईअप किया गया हैं। अगर कोई नकद भुगतान करना चाहता है तो इस पर गाड़ी का नंबर और नियम के उल्लंघन की जानकारी फीड करते ही पर्ची निकल जाएगी, इसके बाद नकद भुगतान अथवा ई-भुगतान भी लिया जा सकेगा। साथ ही यदि पहले ई-चालान कटा है और दूसरी बार फिर नियमों को तोड़ते पकड़े गए तो यह मशीन पुराना रिकार्ड भी बता देगी।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर नगर पुलिस अधीक्षक राघवेन्द्र द्विवेदी, डीएसपी अंकिता शुल्या, थाना प्रभारी सोहागपुर अनिल पटेल, सूबेदार राजमती परस्ते, सूबेदार अभिनव राय, एएसआई राकेश बागरी एवं यातायात थाने का स्टाफ मौजूद रहा।