आउटसोर्स कर्मचारी को कोरोना काल में किया बेरोजगार
20 हजार हो रही मांग, अप्रशिक्षितों से काम ले रहे ठेकेदार
शहडोल। एक ओर जहां पूरे देश में अप्रैल-मई में जिस समय कोरोना का कहर अपने शबाब पर थी और पूरा देश इस महामारी से परेशान था और शासन-प्रशासन द्वारा लोगों को इस महामारी से बचाने व उनके खाने-पीने की व्यवस्था में जुटा हुआ था, ठीक वहीं दूसरी ओर जिले के अंतिम क्षोर स्थिति कनिष्ठ अभियंता मध्य- प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड विद्युत सेवा केंद्र बाणसागर-देवलोद में आउटसोर्स के माध्यम से पिछले कई वर्षों से काम कर रहे कर्मचारियों को श्रीजी मेंन पॉवर कंपनी द्वारा अप्रैल माह पूरा काम कराकर और उसका वेतन न देकर काम से हटा दिया गया, हटाए गए सभी कर्मचारीयो के पास पिछले तीन महीने से अपने परिवार के पालन-पोषण के लिए आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
प्रशासन से मदद की गुहार
आउटसोर्र्स के माध्यम से पिछले कई वर्षों से काम कर रहे कर्मचारियों को अचानक हटाए जाने के बाद कर्मचारियों द्वारा वापस विभाग में रखे जाने के लिए शासन- प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे है। अप्रैल माह का वेतन पाने के साथ ही अपने विभाग के उच्चाधिकारियों के पास नौकरी में वापसी के लिए चक्कर लगाकर थक चुके कर्मचारियों द्वारा वापस विभाग में रखे जाने के लिए शासन- प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे है।
20-20 हजार की रिश्वत की मांग
हटाए गए कर्मचारियों द्वारा श्रीजी मेन पावर कंपनी के अधिकारियों पर नौकरी पर बने रहने के लिए 20-20 हजार की मांग करने का भी आरोप लगाया गया है, जिसे हम लोग 7-7 हजार रुपए वेतन पाकर परिवार चलाने वाले दे पाने में असमर्थ थे, इसीलिए हम लोगो को कोई न कोई मुद्दा बनाकर एवं अप्रशिक्षित कह कर हटा दिया गया है, जिसमें हमारे पास पैसे मांगे जाने के ऑडियो रिकॉर्डिंग सबूत है, दूसरी ओर ठेकेदार द्वारा गैर तकनीकी युवा प्रशिक्षित नए लड़कों को रख लिया गया है।