पंचायत अजब: सरपंच-सचिव गजब

वेण्डर के खाते में डाली शौचालय निर्माण की राशि
बिरसिंहपुर पाली। जनपद पंचायत अंतर्गत स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के कार्य में लापरवाही हुई है, इन गांवों के अधिकतर लाभार्थियों के शौचालयों का निर्माण ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने ठेके पर देकर करवाया है। जनपद पंचायत की महरोई पंचायत में राघवेन्द्र शुक्ला नामक फर्म संचालक को ऑफ रिकार्ड पंचायत में होने वाले निर्माण ठेके पर दे दिये गये हैं, ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी जनपद में बैठे जिम्मेदारों को नहीं है, सूत्रों की माने तो कमीशन के फेर में इस ओर से आंखे मूंद ली गई है।
राघवेन्द्र चला रहा पंचायत
वैसे तो शौचालय का निर्माण खुद हितग्राही को करना होता, लेकिन महरोई पंचायत ने 2 दर्जन से अधिक शौचालय तो मात्र राघवेन्द्र शुक्ला ने ही निर्माण करा दिये, जबकि शौचालय निर्माण के लिए सभी जिम्मेदारों को निर्देश दिए गये थे कि लाभार्थी के बैंक खाते में बजट भेजा जाए, इसी बजट से निर्माण कार्य कराने के निर्देश थे। उक्त ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों ने निर्देशों को दरकिनार कर शौचालयों के निर्माण कराने का ऑफ रिकार्ड ठेका दे दिया। लगभग दो दर्जन से अधिक हितग्राहियों के खाते में जाने वाली राशि राघवेन्द्र शुक्ला के खाते में भेज दी गई।
खुलकर हुआ खेल
ग्राम पंचायत महरोई में 26 जून 2018 को उक्त वेण्डर के खाते में शौचालय निर्माण के नाम पर 1 लाख 44 हजार, 25 जनवरी 2020 को 83 हजार 825, 14 फरवरी 2020 को 48 हजार, 29 फरवरी 2020 को 12 हजार, 18 अप्रैल 2020 को 83 हजार 825 रूपये डाले गये, यह शौचालय भले ही अफसरों को मजबूत नजर आ रहे आये हों, लेकिन वर्तमान स्थिति देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि शासन से आई राशि का पंचायत में खुलकर बंदरबांट किया गया है।
बगैर मुरूम खदान हो रही सप्लाई
ग्राम पंचायत महरोई में बीते वर्षाे में जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं, लगभग निर्माण कार्याे की पंचायत द्वारा वेण्डर से रॉयल्टी नहीं ली गई है, अगर उक्त वेण्डर के बिलों की जांच खनिज विभाग करे तो, कथित फर्म संचालक सहित ग्राम पंचायत के जिम्मेदार कटघरे में नजर आयेंगे, उक्त फर्म संचालक द्वारा जनपद की कई ग्राम पंचायतों में मुरूम सप्लाई के बिल लगाये हैं, जबकि जनपद क्षेत्र में एक भी मुरूम की खदान स्वीकृत नहीं है। जागरूकजनों ने मांग की है कि पंचायत में बीते वर्षाे में हुए निर्माण कार्य सहित पंचायत द्वारा किये गये भुगतान के बिलों की जांच करे तो, बड़ा भ्रष्टाचार खुलकर सामने आयेगा।
इनका कहना है…
हमने निर्माण कार्य नियमों के तहत करवाया है, खनिज के मामले में वेण्डर से हम पूर्व से सामान ले रहे हैं, वे कहां से लाकर देते हैं, यह तो वहीं जाने, हमने रॉयल्टी नहीं ली है।
श्रीमती ममता सिंह
सरपंच, ग्राम पंचायत महरोई