जयंती पर याद किये गए पंडित चंद्रशेखर आजाद

अनूपपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई बिजुरी ने गुरुवार को माँ शारदा स्कूल में चंद्रशेखर आजाद की जयंती समारोह पूर्वक मनाई। इस मौके पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर आज़ाद के छाया चित्र पर अंग—वस्त्र व फूल च?ाकर उन्हें नमन किया। समारोह का शुभारंभ संयुक्त रूप से किया गया। ततपश्चात वक्ताओं ने बताया कि चन्द्रशेखर आजाद का जन्म मध्यप्रदेश के भाबरा गांव में 23 जुलाई 1906 को हुआ था। 1919 में हुए अमृतसर के जलियांवाला बाग नरसंहार ने देश के नवयुवकों को उद्वेलित कर दिया। चन्द्रशेखर उस समय पढाई कर रहे थे। जब गांधीजी ने सन् 1921 में असहयोग आन्दोलन का फरमान जारी किया तो वह आग ज्वालामुखी बनकर फट पडी और तमाम अन्य छात्रों की भांति चन्द्रशेखर भी सडकों पर उतर आये। अपने विद्यालय के छात्रों के जत्थे के साथ इस आन्दोलन में भाग लेने पर वे पहली बार गिरफ़्तार हुए और उन्हें 25 बेतों की सज़ा मिली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर कार्यक्रम को बहुत संक्षिप्त में पूरा किया गया। साथ ही लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से सिद्धान्त पाठक,प्रयाग पाण्डेय, प्रत्युष सिंह राजपूत, प्रकाश चक्रवर्ती , अंकित ताम्रकार, सुरेंद्र महरा, सनी पटेल, संस्कार केशरवानी, हरीश श्रीवास, मुकेश, विकाश, लालमणी, राहुल, हर्ष सिंह, शिवम एवं प्रमुख रूप प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आकाश केशरवानी आदि उपस्थित थे।