पीसीबी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का किया आयोजन

उक्त सेमिनार में विषय विशेषज्ञ एवं उद्योग प्रबंधन द्वारा ग्लोबल वार्मिंग से पैदा होने वाली गैसों जैसे कार्बन डायआक्साइड, मिथेन, नाइट्रस आक्साइड तथा अमोनिया इत्यादि के उन्मूलन एवं नियंत्रण हेतु किये जा रहे है प्रयासों के संबंध में भी विस्तार से पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन दिया जायेगा । ग्लोबल वार्मिंग से ओजोन परत को नुकसान पहुँचाने वाले प्रमुख वैश्विक समस्या है। इस समस्या के समाधान हेतु विश्व स्तर पर 1987 में मोन्ट्रीयाल प्रोटोकाल एवं 2016 में पेरिस प्रोटोकाल सम्पन्न हुआ था। उक्त प्रोटोकाल के संबंध में सहमति देने वाले विश्व के 190 देशों में भारत भी एक देश है। अत: कार्बन डायआक्साइड का नियंत्रण करने हेतु शहडोल संभाग में सोलर प्लांट स्थापित करने हेतु प्रयास शुरू हो गऐ है।
भारत सरकार की पब्लिक सेक्टर कम्पनी कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा जोहिला प्रक्षेत्र एवं हसदेव प्रक्षेत्र में 200 मेगावाट क्षमता से अधिक सोलर संयंत्र स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। शहडोल संभाग के अन्तर्गत ग्लोबल वार्मिंग से कार्बन उत्सर्जनों को नियंत्रित करने हेतु किए जा रहे प्रयासों को गति प्रदान करने हेतु उक्त सेमिनार को आयोजित किया जा रहा है। इस सेमिनार में प्रमुख अतिथी के रूप संभाग के संभागायुक्त श्री राजीव शर्मा उपस्थित रहेंगे। उक्त सेमिनार को क्षेत्रीय कार्यालय, म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं रिलांयस सी.बी.एम. प्रोजेक्ट के द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।